दो लाख से ज्यादा आबादी की पंचायत समितियां टूटेंगी..!!
जैसलमेर
प्रदेश में 2 लाख या इससे ज्यादा आबादी और 40 या इससे ज्यादा ग्राम पंचायत वाली पंचायत समितियों का पुनर्गठन करके उनसे नई यूनिट बनाई जाएगी। अब 25 ग्राम पंचायत पर एक पंचायत समिति बनेगी। पहले 40 पंचायत पर एक पंचायत समिति बनती थी। नई ग्राम पंचायत मुख्यालय को लेकर भी कलेक्टरों को सरकार ने गाइडलाइन दी है। उधर, रेगिस्तान के जिलों बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर और जोधपुर में डेढ़ लाख की आबादी और 40 से ज्यादा ग्राम पंचायत वाली पंचायत समितियों को पुनर्गठित कराया जाएगा। बारां के किशनगंज और शाहबाद क्षेत्र में भी यही मापदंड लागू होंगे।
नई ग्राम पंचायत के लिए न्यूनतम 3000 व अधिकतम 5500 की आबादी का पैमाना रहेगा। कुछ जिलों में इसमें थोड़ी छूट भी हो सकती है। नई ग्राम पंचायत और पंचायत समितियां के लिए जनसंख्या का आधार 2011 की जनगणना ही रहेगी। पंचायती राज ढांचे के बदलाव के िलए 20 जनवरी से 15 अप्रैल के बीच पंचायती राज संस्थाओं के पुनर्गठन का काम होगा।
20 जनवरी से 15 अप्रैल के बीच पंचायती राज संस्थाओं के पुनर्गठन का काम
लोगों की मांग पर इलाके बदल सकेंगे
स्थानीय लोगों की मांग पर नई पंचायत बन सकेगी। इलाके को दूसरी पंचायत में शामिल किया जा सकेगा। अगर किसी इलाके के लोग मौजूदा ग्राम पंचायत की जगह उनके वार्ड या इलाके को दूसरी पंचायत में शामिल करना चाहते हैं। इसकी मंजूरी दी जा सकेगी, लेकिन उसे दूसरी ग्राम पंचायत के मुख्यालय से उसे इलाके की दूरी 6 किलोमीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
{पुनर्गठन में एक राजस्व गांव एक ही पंचायत में रहेगा। शेष |