चौहटन | सुईया मेला जो अपनी धूमधाम और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, इस बार सुरक्षा कारणों से सुर्खियों में आ गया। मेले के दौरान महिलाओं के जेवर चोरी होने की कई घटनाओं ने मेले की रौनक को फीका कर दिया।
क्या है मामला? सुईया मेला में हर साल हजारों की संख्या में लोग जुटते हैं। इस साल भी मेले में भारी भीड़ उमड़ी थी। लेकिन मेले के दौरान कई महिलाओं ने शिकायत की कि उनके कीमती गहने जैसे चेन, अंगूठी और कान के झुमके चोरी हो गए। बताया जा रहा है कि ये घटनाएं मुख्य रूप से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर हुईं, जहां चोरों ने मौके का फायदा उठाया।

प्रभावित महिलाओं की व्यथा पीड़ित महिलाओं ने बताया कि मेले में घूमते समय किसी ने इतनी सफाई से उनके गहने उड़ा दिए कि उन्हें पता भी नहीं चला। कई महिलाओं ने कहा कि वे धार्मिक आस्था और मेले का आनंद लेने आई थीं, लेकिन इस घटना से उन्हें मानसिक आघात पहुंचा है।
पुलिस का बयान स्थानीय पुलिस ने घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि मेले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, लेकिन भीड़ का फायदा उठाकर चोरों ने घटनाओं को अंजाम दिया। पुलिस ने कहा कि वे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं और संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रहे हैं।
प्रशासनिक लापरवाही या चोरों की चतुराई? सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मेले में पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद चोरों ने अपनी चालाकी से कई घटनाओं को अंजाम दिया। स्थानीय लोग प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की मांग कर रहे हैं।
महिलाओं को सतर्क रहने की सलाह पुलिस और प्रशासन ने महिलाओं से अपील की है कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अपने कीमती गहनों और सामान का खास ध्यान रखें। साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।
आगे की कार्रवाई चोरी की इन घटनाओं से प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। उम्मीद है कि दोषियों को जल्द पकड़कर मेले की शांति और सुरक्षा को बहाल किया जाएगा। सुईया मेला, जो परंपरा और उल्लास का प्रतीक है, इस बार चोरी की इन घटनाओं की वजह से विवादों में घिर गया है। अब देखना होगा कि प्रशासन इन घटनाओं से निपटने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है।