अमित शाह का डॉ. भीमराव अम्बेडकर पर बयान एक विवादित मुद्दा बन गया है, जिसे लोकतंत्र का अपमान बताया जा रहा है। अमित शाह ने अपने बयान में डॉ. अम्बेडकर की विरासत और उनके योगदान को लेकर कुछ टिप्पणियां की थीं।
हालांकि, उनके बयान को कई लोगों ने लोकतंत्र का अपमान बताया है, क्योंकि उन्होंने डॉ. अम्बेडकर की विरासत को कम आंका था। डॉ. अम्बेडकर भारतीय संविधान के निर्माता थे और उन्होंने दलितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया था।
अमित शाह के बयान को लेकर कई राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने विरोध जताया है। उन्होंने अमित शाह से माफी मांगने की मांग की है। इस मामले में आगे क्या होता है, यह देखना दिलचस्प होगा।