भोमोणी कड़वासरों की ढाणी (बाड़मेर), 24 मई 2025:
बाड़मेर जिले की सांस्कृतिक पहचान रखने वाली भोमोणी कड़वासरों की ढाणी में इन दिनों हर्ष और उल्लास का वातावरण है। यहां के युवा भंवराराम की शादी की तैयारियाँ परंपरा, श्रद्धा और पारिवारिक एकता के साथ चल रही हैं। विवाह से जुड़ी रस्मों की शुरुआत नारियल पूजा और घरतपन से हुई।
नारियल पूजा – शुभता की शुरुआत

राजस्थानी संस्कृति में हर शुभ कार्य की शुरुआत नारियल पूजा से की जाती है। भंवराराम की शादी के लिए यह पूजा विधिवत संपन्न की गई, जिसमें परिवारजनों ने मिलकर वर-वधू के मंगलमय भविष्य की कामना की। पूजा के समय गांव के बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे भी उपस्थित रहे, जिससे वातावरण आध्यात्मिक और मंगलमय हो गया।
घरतपन – पारंपरिक रस्मों का भावनात्मक आयोजन
नारियल पूजा के अगले दिन घरतपन की रस्म पूरी श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ निभाई गई। घरतपन का उद्देश्य घर को शुद्ध करना और विवाह के लिए तैयार करना होता है। इस दिन ढोलक की थाप पर गांव की महिलाएं पारंपरिक गीत गाते हुए पहुँचीं। उन्होंने घर की लीपाई, सजावट और मंगल गीतों से पूरे वातावरण को जीवन्त बना दिया। घर में फूलों की सजावट और पारंपरिक कलाकृति से सजी दीवारें इस रस्म की शोभा बढ़ा रही थीं।
परिवार की भागीदारी और खुशी
भंवराराम के पिता ठाकरा राम, माता ईमीयों, बड़ भाई निम्बाराम तथा भाभी, बहनें सारो और अण्दू सहित पूरा परिवार रस्मों में तन-मन से शामिल रहा। सभी ने अपने-अपने स्तर पर विवाह समारोह को सुंदर और यादगार बनाने के लिए विशेष योगदान दिया। रस्मों के दौरान भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा, जिसमें हँसी और आँसू दोनों शामिल थे।
गीत-संगीत की रंगत
घरतपन की रस्म में ढोलक, थाली और झांझरों की ध्वनि पर महिलाएं पारंपरिक गीत गा रही थीं। “मंगल गीतों” की स्वर लहरियों ने सभी को भावनाओं से जोड़ दिया। यह आयोजन ना केवल रस्मों की अदायगी थी, बल्कि पारिवारिक एकता और सांस्कृतिक चेतना का जीवंत प्रदर्शन भी।
भाई को बधाइयाँ देने वालों में –
निंबाराम, केशाराम, रूपाराम, गोरखाराम, राणा राम, पोकरा राम, लाला राम, जैसराम सहित संपूर्ण भोमोणी कड़वासरा परिवार शामिल है। सभी ने भंवराराम को उनके वैवाहिक जीवन के लिए ढेरों शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिए हैं।
विवाह समारोह – 28 मई को
भंवराराम की शादी 28 मई 2025 को सैनी, सुपुत्री नारणा राम नेहरा के साथ निर्धारित है। विवाह सुबह 7 बजे से 10 बजे तक सम्पन्न होगा।
“आपकी उपस्थिति हमारे लिए सौभाग्य और आनंद का कारण होगी।”