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13पंचायत समिति और344ग्राम पंचायत मे लगेंगे प्रशासक।इसी माह हो रहा है कार्यकाल पुर्ण।

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इसी माह 13 पंचायत समितियों की 344 पंचायतों में लगेंगे प्रशासक, अप्रैल में 112 का कार्यकाल होगा पूरा..!!

बाड़मेर

अक्टूबर 2020 में 233 पंचायतों के 4 चरणों में चुनाव

प्रथम चरण 28 सितंबर 2020: आडेल-2, धोरीमन्ना-2, पाटौदी-2, सेड़वा-18 समेत कुल 24 पंचायतों में चुनाव हुए। द्वितीय चरण 3 अक्टूबर 2020: चौहटन-50, रामसर-31 समेत कुल 81 पंचायतों में चुनाव हुए। तृतीय चरण 6 अक्टूबर 2020: शिव-38 और धनाऊ की 30 समेत 68 पंचायतों में चुनाव हुए। चतुर्थ चरण 10 अक्टूबर 2020: बाड़मेर-38 और सिवाना की 22 समेत कुल 60 पंचायतों में चुनाव हुए। . 17 जनवरी को 167 पंचायत: पंचायतीराज 2020 के चुनाव के लिए कई बार अधिसूचना जारी की गई।

ऐसे में 17 जनवरी 2020 को बालोतरा की 38, गिड़ा की 36, गुड़ामालानी की 31, कल्याणपुर की 29, समदड़ी की 26, फागलिया की 4 और पायला कला की 3 पंचायतों में चुनाव हुए थे। अब इन पंचायतों में 17 जनवरी 2025 को 5 साल का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। ऐसे में इन 7 पंचायत समितियों की 167 ग्राम पंचायतों में 17 जनवरी से प्रशासक लगेंगे। . 23 जनवरी को 121 पंचायत: पंचायतीराज चुनाव 2020 का दूसरा चरण 23 जनवरी 2020 को हुआ था। इसमें सिणधरी की 30, पायला कला की 17, गडरारोड की 37, बाड़मेर ग्रामीण की 37 समेत कुल 121 पंचायतों में चुनाव हुए थे। 23 जनवरी 2025 को 121 पंचायतों में प्रशासक लगेंगे। . 29 जनवरी को 56 पंचायत: पंचायतीराज चुनाव 2020 के तीसरे चरण में 29 जनवरी 2020 को बायतु की 38, फागलिया की 18 पंचायतों समेत कुल 56 में चुनाव हुए थे। ऐसे में इन 56 पंचायतों का 29 जनवरी 2025 को पांच साल का कार्यकाल पूरा हो जाएगा।

पंचायतीराज चुनाव 2020 में ऐसे केस भी आए, जहां शुरूआती चरणों के तय कार्यक्रम के अनुसार कई पंचायतों में नामांकन करवा दिए थे, इसी वजह से बाड़मेर जिले की 112 पंचायतों में सरपंच पद के लिए नामांकन भरने के करीब 3 महीने बाद उन्हें सरपंचाई नसीब हुई थी। 15 मार्च 2020 को चौथे चरण के चुनाव हुए। इनमें पाटौदी की 29, आडेल की 18, सिवाना की 13, सेड़वा की 10 और धोरीमन्ना की 42 पंचायतों में चुनाव हुए। ऐसे में 15 मार्च 2025 को इन 112 पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होगा। भास्कर संवाददाता| बाड़मेर पंचायतों व समितियों के पुनर्गठन से वर्ष 2020 में पंचायतीराज चुनाव की गणित ही बदल गई थी। गांव की सरकार चुनने के लिए चुनाव आयोग को सबसे ज्यादा मशक्कत करनी पड़ी थी। वजह ये थी कि पंचायतों के पुनर्गठन और लॉटरी से मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। इसी वजह से जनवरी 2020 में तीन चरणों में चुनाव हुए। वहीं मार्च में 112 और सितंबर-अक्टूबर में 233 ग्राम पंचायतों में चुनाव हुए। ऐसे में इस माह यानि जनवरी में बाड़मेर-बालोतरा जिले की 344 पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इन पंचायतों में प्रशासक लगाए जाएंगे। वहीं अप्रैल में 112, सितंबर में 24 और अक्टूबर 2020 में 209 पंचायतों का कार्यकाल पूरा होगा। इधर सरकार ने एक बार फिर पंचायत और पंचायत समितियों के पुनर्गठन को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे गांव की सरकार का स्वरुप एक बार फिर से बदलेगा।

कांग्रेस राज में विरोध के बावजूद भी बनी पंचायतों के कई गांव फिर उसी पंचायत या पृथक से पंचायतों में शामिल हो सकेंगे। इसके अलावा नई पंचायत और समितियों के गठन की कार्यवाही शुरू हो गई है। जिले की पंचायत समितियों का मैप । ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की ओर से सभी जिला कलेक्टर को ग्राम पंचायत और पंचायत समितियों की सीमाओं में परिवर्तन व नवसृजन के निर्देश जारी किए गए है।

पंचायत की न्यूनतम जनसंख्या 2 हजार रखी गई है। इसके अलावा किसी भी राजस्व गांव को वर्तमान पंचायत से दूसरी पंचायत में भी शामिल किया जा सकेगा। वहीं गांव की दूरी पंचायत से 6 किमी. से ज्यादा नहीं हो। नवसृजित पंचायत समितियों के लिए 25 पंचायतों को शामिल किये जाने का मापदंड है। पुनर्गठन के लिए 20 जनवरी से 18 फरवरी तक प्रस्ताव लिए जाएंगे। इसके बाद 20 फरवरी से 21 मार्च तक प्रस्तावों पर आपत्तियां आमंत्रित की जाएगी। 23 मार्च से 1 अप्रैल तक आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद 3 से 15 अप्रैल तक फाइनल प्रस्ताव पंचायतीराज विभाग को भेजे जाएंगे।

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