बीजेपी जिला अध्यक्ष अनंतराम विश्नोई की नियुक्ति पर संगठन में मचा विवाद
बीजेपी द्वारा अनंतराम विश्नोई को जिला अध्यक्ष के पद पर नियुक्त करने के बाद संगठन के भीतर असंतोष के स्वर उभरने लगे हैं। पार्टी के भीतर यह चर्चा तेज है कि यह नियुक्ति एक वर्ग विशेष के प्रभाव को दर्शाती है। पहले सरकार में और अब संगठन में भी इसी वर्ग को प्रमुखता दिए जाने को लेकर असंतोष जताया जा रहा है।
अनंतराम विश्नोई और संघ की नजदीकियां
अनंतराम विश्नोई की नियुक्ति का एक बड़ा कारण उनकी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के साथ गहरी नजदीकियां मानी जा रही हैं। संघ के साथ लंबे समय से जुड़े रहने और संगठन में उनकी सक्रिय भूमिका ने उन्हें इस पद के लिए मजबूत दावेदार बनाया। हालांकि, पार्टी के कई नेता इसे निष्पक्षता के खिलाफ मान रहे हैं।
प्रबल दावेदारों को दरकिनार करने का आरोप
जिला अध्यक्ष पद के लिए अन्य कई नाम भी चर्चा में थे, जिनमें राजपूत समाज से स्वरूप सिंह खारा और खुमाण सिंह, और जाट समाज से रणवीर सिंह भादू शामिल थे। इन तीनों ही नेताओं का अपना-अपना मजबूत जनाधार है और पार्टी कार्यकर्ताओं का एक बड़ा तबका इन्हें समर्थन दे रहा था। लेकिन संगठन ने इन दावेदारों को नजरअंदाज करते हुए विश्नोई को इस पद के लिए चुना, जिससे असंतोष बढ़ गया है।
संगठन में खेमेबाजी की आशंका
अनंतराम विश्नोई की नियुक्ति के बाद पार्टी के भीतर खेमेबाजी की स्थिति बनने की संभावना व्यक्त की जा रही है। स्थानीय स्तर पर कई कार्यकर्ता और नेता इस निर्णय से नाराज हैं। उनका मानना है कि यह फैसला पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र के खिलाफ है और इससे संगठन की छवि को नुकसान हो सकता है।
जातीय समीकरण का असर
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह नियुक्ति जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए की गई है। विश्नोई समाज का संगठन में पहले से प्रभाव है, और इस निर्णय ने उस प्रभाव को और बढ़ा दिया है। राजपूत और जाट समाज के नेताओं को दरकिनार किए जाने से इन समाजों के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है।
आगे की रणनीति
बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को अब इस नाराजगी को दूर करने के लिए रणनीति बनानी होगी। संगठन को एकजुट रखना और असंतोष को शांत करना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। अगर समय रहते इसे सुलझाया नहीं गया, तो इसका असर आगामी चुनावों में पार्टी की स्थिति पर पड़ सकता है।
सवाल यह है कि क्या अनंतराम विश्नोई अपनी कार्यशैली से पार्टी के भीतर चल रहे विरोध को समाप्त कर पाएंगे या यह विवाद पार्टी के लिए नुकसानदायक साबित होगा?