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गोहड़ का तला ग्राम पंचायत: जोगु पाड़ा आंगनबाड़ी में महीनों पुराना दलिया वितरित, कार्यकर्ता के पति पर गंभीर आरोप

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गोहड़ का तला (बाड़मेर):गोहड़ का तला ग्राम पंचायत के जोगु पाड़ा आंगनबाड़ी केंद्र में कुप्रबंधन और लापरवाही के गंभीर आरोप सामने आए हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि केंद्र में महीनों पुराना दलिया वितरित किया जा रहा है, जो बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।

महीनों पुराना दलिया वितरित : ग्रामीणों के अनुसार, आंगनबाड़ी केंद्र पर जो दलिया वितरित किया जा रहा है, वह 2024 में उत्पादित हुआ था। यह दलिया अब तक खराब हो चुका है और इसे वितरित करना सरकारी योजनाओं का उल्लंघन है। इस महीने का दलिया अभी तक खोला ही नहीं गया है। ग्रामीणों का कहना है कि नया दलिया आने के बावजूद पुराना माल बांटा जा रहा है, जिससे भ्रष्टाचार की आशंका भी जताई जा रही है।

महीनों बाद खुला आंगनबाड़ी केंद्र

ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि यह आंगनबाड़ी केंद्र 4 महीनों तक बंद पड़ा रहा। इस दौरान लाभार्थी बच्चे और गर्भवती महिलाएं पोषण से वंचित रहे। जब केंद्र खुला, तो इसमें साफ-सफाई और व्यवस्थाओं का अभाव दिखा। इस बीच, कई बार दलिया की बिक्री की भी शिकायतें आईं।

कार्यकर्ता पर गंभीर आरोप

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर आरोप है कि वह केंद्र पर कभी खुद नहीं आती और अपनी जगह अपने पति को भेज देती है। जब कोई महिला या ग्रामीण केंद्र पर अपनी समस्याओं को लेकर जाते हैं, तो कार्यकर्ता का पति, जो अक्सर शराब के नशे में रहता है, गाली-गलौज करता है और महिलाओं को अपमानित करता है।

एक ग्रामीण ने बताया कि जब उन्होंने पुराने दलिया के वितरण पर सवाल उठाया, तो कार्यकर्ता के पति ने गाली-गलौज करते हुए धक्का देकर बाहर निकाल दिया।

दलिया की बिक्री का आरोप ग्रामीणों ने यह भी दावा किया कि आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाला दलिया बेचा जा रहा है। जैसे ही नई खेप आती है, कार्यकर्ता या उनके पति खरीदारों को सूचित करते हैं और उसे बाजार में बेच देते हैं

गरीब बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण के लिए आए दलिया का इस तरह से बाजार में बेचना, सरकारी योजनाओं के साथ धोखाधड़ी है।

ग्रामीणों की मांग और प्रशासन की चुप्पी

ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की शिकायत आंगनबाड़ी विभाग और स्थानीय प्रशासन से की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार से बच्चों और महिलाओं का भविष्य खतरे में है। विभाग और प्रशासन से सवाल किया जा रहा है कि क्या वे इस स्थिति को नजरअंदाज कर रहे हैं?

हमारा सवाल विभाग से इस गंभीर स्थिति पर प्रशासन और संबंधित विभाग को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।

1. पुराने दलिया के वितरण और दलिया की बिक्री की जांच की जाए

2. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और उनके पति की अभद्रता और गाली-गलौज पर कार्रवाई हो

3. केंद्र को नियमित रूप से खोलने और उसकी निगरानी के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।

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आंगनबाड़ी केंद्र जैसे संस्थान बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण और विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन ऐसी लापरवाहियां और भ्रष्टाचार न केवल सरकार की योजनाओं को विफल बनाते हैं, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों को नुकसान पहुंचाते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेकर उचित कार्रवाई करेगा।

यह वीडियो एक ग्रामीण ने भेजा

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