जयपुर, 20 दिसंबर 2024:
राजस्थान स्टेट ओपन ने परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नई तकनीक अपनाई है। अब 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थियों को रोकने के लिए छात्रों के परमिशन लेटर पर क्यूआर कोड जोड़ा जाएगा।
कैसे काम करेगा क्यूआर सिस्टम?
क्यूआर कोड सिस्टम के माध्यम से प्रत्येक छात्र की जानकारी डिजिटल रूप में उपलब्ध होगी। परीक्षा केंद्र पर छात्र के परमिशन लेटर पर मौजूद क्यूआर कोड को स्कैन कर उसकी पहचान सत्यापित की जाएगी। इस प्रक्रिया से फर्जी अभ्यर्थियों पर पूरी तरह रोक लग सकेगी।
ऑनलाइन सत्यापन प्रणाली
शिक्षा बोर्ड ने इस पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन किया है। अब छात्रों के डेटा को केंद्रों पर स्कैन करने और सत्यापन करने में समय की बचत होगी। यह प्रक्रिया छात्रों और परीक्षा केंद्रों दोनों के लिए सुविधाजनक होगी।
परीक्षा केंद्रों की तैयारी
इस साल राज्यभर के 983 से अधिक स्टेट ओपन परीक्षा केंद्रों पर यह सिस्टम लागू किया जाएगा। साथ ही, परीक्षा केंद्रों के स्टाफ को इस नई प्रणाली का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
विशेष रूप से ध्यान देने योग्य पहल
स्टेट ओपन बोर्ड ने इस बार यह सुनिश्चित किया है कि सभी छात्रों को समय पर उनके परमिशन लेटर प्राप्त हों। इसके अतिरिक्त, छात्रों को अपना क्यूआर कोड वाले लेटर समय से केंद्र पर लाने की सख्त हिदायत दी गई है।
यह कदम शिक्षा प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।