
राजस्थान के बालोतरा जिले के राउमावि पूनियो का तला, गिड़ा ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक ऐसा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिसने पूरे सोशल मीडिया पर धूम मचा दी। बिना किसी प्रोफेशनल आर्ट टीचर, बिना किसी तामझाम और कैमरा-लाइट के, इस विद्यालय के छात्रों ने कच्छी घोड़ी नृत्य की ऐसी शानदार प्रस्तुति दी कि हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। लोक संस्कृति की यह झलक एक बार फिर साबित करती है कि जब समर्पण और मेहनत एक साथ मिलते हैं, तो परिणाम अद्वितीय होते हैं।
यह विद्यालय केवल सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक सीमित नहीं है, बल्कि खेलों में भी इसका नाम जिलेभर में प्रसिद्ध है। यह बालोतरा जिले का एकमात्र सरकारी विद्यालय है, जहां शूटिंग रेंज की सुविधा उपलब्ध है। कबड्डी में इस विद्यालय का हमेशा दबदबा रहा है और यहां से सैकड़ों खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं।
केवल इस सत्र में ही 98 खिलाड़ी राज्य स्तर पर चयनित हुए हैं।विद्यालय की सबसे बड़ी खासियत यहां के शिक्षकों, छात्रों और ग्रामीणों की टीम भावना है। सभी ने मिलकर विद्यालय परिसर को संवारने और इसे उत्कृष्ट शैक्षिक एवं सहशैक्षणिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
गांव के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर किसी ने अपना सहयोग देकर इस विद्यालय को विशेष बनाया है।शिक्षा के क्षेत्र में भी यह विद्यालय अनुकरणीय कार्य कर रहा है। यहां छात्रों को न केवल पाठ्यपुस्तकों तक सीमित रखा जाता है, बल्कि उन्हें व्यावहारिक और सहशैक्षणिक गतिविधियों से जोड़कर सर्वांगीण विकास की ओर प्रेरित किया जाता है। चाहे गणतंत्र दिवस हो, स्वतंत्रता दिवस हो, वार्षिक उत्सव हो या खेल प्रतियोगिता—हर अवसर पर यह विद्यालय अपनी उत्कृष्टता साबित करता आया है।
आज जब सरकारी विद्यालयों को लेकर कई तरह की चुनौतियां सामने आ रही हैं, ऐसे में पूनियो का तला विद्यालय एक मिसाल बनकर उभरा है। यह दिखाता है कि अगर शिक्षकों, छात्रों, अभिभावकों और ग्रामीणों का सहयोग हो, तो सरकारी विद्यालय भी प्राइवेट स्कूलों को टक्कर दे सकते हैं।टीम पूनियो का तला के इस प्रयास को सलाम !
यह विद्यालय न केवल शिक्षा बल्कि खेल और संस्कृति में भी नए आयाम स्थापित कर रहा है। आओ, हम सब मिलकर इस सकारात्मकता को आगे बढ़ाएं और इस तरह के प्रेरणादायक कार्यों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं।