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राजस्थान: मीना समाज की महापंचायत के 14 अहम फैसले, 1 मार्च से होंगे सख्ती से लागू

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जन्मदिन मनाने पर रोक, सोशल मीडिया से नहीं भेजे जाएंगे शादी कार्ड, नशे पर प्रतिबंध सहित कई सख्त फैसले लागू

दौसा। राजस्थान के दौसा जिले में गीजगढ़ क्षेत्र के जोध्या गांव में मीना समाज की महापंचायत आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता पंखी ठीकरिया ने की।

इस महापंचायत में समाज सुधार के उद्देश्य से 14 महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, जिन्हें आगामी 1 मार्च से सख्ती से लागू किया जाएगा।

इस ऐतिहासिक बैठक में दर्जनों गांवों से हजारों लोगों ने भाग लिया और समाज में शिक्षा को बढ़ावा देने, कुरीतियों को समाप्त करने और ठेकड़ा महापंचायत में पारित फैसलों को लागू करने पर सहमति जताई।

महापंचायत के प्रमुख फैसले:

1. नशे पर सख्त पाबंदी – युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।

2. शादी-विवाह विच्छेद करने वाले परिवारों को सामाजिक दंड – बिना ठोस कारणों के विवाह तोड़ने वाले परिवारों को समाज में दंडित किया जाएगा।

3. लड़की देखने की नई परंपरा – अब लड़के वालों को लड़की देखने के लिए तीसरी जगह पर जाना होगा और लड़के को साथ ले जाना अनिवार्य होगा।

4. जन्मदिन समारोह पर रोक – समाज में जन्मदिन मनाने की परंपरा को पूरी तरह से बंद किया जाएगा।

5. गोद भराई रस्म पर प्रतिबंध – अब समाज में लड़की की गोद भराई की रस्म नहीं होगी।

6. लग्न टीका में सीमित लोग – शादी में लग्न टीका कार्यक्रम में सीमित लोगों की भागीदारी होगी।

7. शादी समारोह दिन में ही होंगे – विवाह कार्यक्रम केवल दिन के समय ही संपन्न होंगे।

8. टीका प्रथा समाप्त – शादी में टीका प्रथा को पूरी तरह से बंद किया जाएगा।

9. दहेज का प्रदर्शन वर्जित – दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए किसी भी प्रकार के दहेज के सार्वजनिक प्रदर्शन पर रोक लगाई गई है।

10. बारात और विदाई दिन में ही होगी – अब बारात दिन में आएगी और विदाई भी दिन में ही होगी।

11. आतिशबाजी और डीजे पर प्रतिबंध – विवाह समारोह और अन्य आयोजनों में पटाखे और डीजे बजाने पर सख्त रोक रहेगी।

12. शादी के निमंत्रण कार्ड सोशल मीडिया व डाक से भेजने की परंपरा खत्म – अब शादी का निमंत्रण कार्ड सोशल मीडिया या डाक से नहीं भेजा जाएगा।

13. भाई दूज और अश्लील वीडियो/रील्स बनाने पर रोक – अश्लील वीडियो और सोशल मीडिया पर रील बनाने की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया।

14. जामना प्रथा के आयोजन में अधिकतम तीन बेस – पारंपरिक जामना प्रथा के आयोजन में अधिकतम तीन बेस (सहयोग राशि) ही दी जाएगी।इसके अलावा महापंचायत ने यह भी तय किया कि सभी कार्यक्रमों में भोजन का समय दोपहर से शाम तक ही रखा जाएगा।

इन फैसलों को धरातल पर उतारने के लिए युवाओं की एक समिति बनाई जाएगी, जो 1 मार्च से इन नियमों को सख्ती से लागू करवाएगी।महापंचायत में शामिल गणमान्य लोग:इस महत्वपूर्ण सभा में समाज के कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने विचार व्यक्त किए, जिनमें मन्नू राम मीना, गब्दू, चेतराम मीना, भगवान सहाय, रामोतार, रामसहाय, जगमोहन पटेल, जवान सिंह, भरत अंगावली, लोकेश भेजड़ा, मनीराम ठेकेदार खेड़ी, कानू, मुरारी लाल घूमना, ओमप्रकाश सिकराय सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

महापंचायत को लेकर सिकंदरा थाना प्रशासन भी मुस्तैद रहा और सुरक्षा के इंतजाम कड़े किए गए थे।सख्ती से लागू होंगे फैसलेइसी क्रम में मंडावर क्षेत्र के नौरंगपुरा गांव में कैमला मंदिर पर भी मीना समाज की एक महापंचायत आयोजित की गई। इसमें काडूराम मीना पटेल ऊकरूंद की अध्यक्षता में निर्णय लिया गया कि 5 फरवरी को ठेकड़ा महापंचायत में पारित 14 फैसले 1 मार्च से सभी गांवों में सख्ती से लागू किए जाएंगे। इस बैठक में जटवाड़ा, नांगल मीणा, ऊकरूंद, नौरंगपुरा सहित आसपास के सभी गांवों के लोगों ने सहमति जताई।ये फैसले समाज में अनुशासन और कुरीतियों को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम माने जा रहे हैं।

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