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कुंभ मेला प्रयागराज 2025 एक हिंदू त्यौहार है, जो मानवता का एक स्थान पर एकत्र होना भी है। 2019 में प्रयागराज में अर्ध कुंभ मेले में दुनिया भर से 150 मिलियन पर्यटक आए थे। यह संख्या 100 देशों की संयुक्त आबादी से भी अधिक है। यह वास्तव में यूनेस्को द्वारा अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में सूचीबद्ध है। आगामी कुंभ मेला , जिसे महाकुंभ मेला के रूप में जाना जाता है , 2025 में प्रयागराज (इलाहाबाद) द्वारा आयोजित किया जाना है।

कुंभ मेला हर 12 साल के अंतराल पर हरिद्वार , प्रयागराज , नासिक और उज्जैन में आयोजित किया जाता है । 2025 में प्रयागराज (इलाहाबाद) में अगला कुंभ मेला आयोजित किया जाएगा जिसे महाकुंभ मेला कहा जाता है । इस त्यौहार को पूर्ण कुंभ भी कहा जाता है। प्रयागराज और हरिद्वार में हर 6 साल में अर्ध कुंभ भी आयोजित किया जाता है।
कुंभ मेले के पीछे की किंवदंती है कि समुद्र मंथन के दौरान, समुद्र से अमृत (अमृत) का एक कलश निकला था। जिसने भी अमृत पिया वह अमर हो गया। इसलिए देवों और असुरों ने अमृत के इस कलश के लिए एक दूसरे से लड़ाई की। और जब भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लिया, तो अमृत कलश (अमृत का कलश) ले गए। कुछ बूंदें हरिद्वार, इलाहाबाद, नासिक और उज्जैन में गिरीं। अंत में इस किंवदंती को मनाने के लिए इन स्थानों पर कुंभ मेला आयोजित किया जाता है। कुंभ मेले के समय एक और खगोलीय घटना होती है, और यह वह समय होता है जब बृहस्पति कुंभ राशि या कुंभ राशि में होता है और सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है।
प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 को योगी सरकार दिव्य, भव्य और डिजिटल बनाने के लिए खास कदम उठा रही है। इस बार श्रद्धालुओं के अनुभव को आसान, सुगम और तकनीकी रूप से उन्नत बनाने के लिए एक अनोखी पहल की गई है। महाकुंभ मेला क्षेत्र में चार रंगों के QR कोड लगाए जा रहे हैं, जिनकी मदद से श्रद्धालुओं को विभिन्न प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारी मोबाइल पर तुरंत उपलब्ध हो जाएगी।

QR कोड से मिलेगी हर जानकारी: चार रंगों के अलग-अलग फायदे
💚 हरा QR कोड: कुंभ प्रशासन से सीधा संपर्क
हरे QR कोड के माध्यम से श्रद्धालु सीधे कुंभ प्रशासन से जुड़ सकते हैं। इसे स्कैन करते ही कुंभ प्रशासन से संबंधित सभी आवश्यक संपर्क नंबर मोबाइल स्क्रीन पर आ जाएंगे। इसमें मंडलायुक्त, पुलिस स्टेशन, और अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों के नंबर शामिल हैं, जिससे किसी भी समस्या का समाधान तुरंत हो सके।
🧡 नारंगी QR कोड: महाकुंभ और सरकारी योजनाओं की जानकारी
नारंगी QR कोड महाकुंभ 2025 और उत्तर प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी प्रदान करता है। इसे स्कैन करने पर महाकुंभ से जुड़ी हर योजना, विभागीय कार्यप्रणाली और राज्य के विकास से संबंधित अहम जानकारी श्रद्धालुओं को मिल जाएगी।
♥️ लाल QR कोड: इमरजेंसी सेवाओं की जानकारी
आपातकालीन स्थिति में श्रद्धालुओं की मदद के लिए लाल QR कोड विशेष रूप से उपयोगी होगा। इसे स्कैन करते ही प्रयागराज के 657 अस्पतालों की सूची, उनके फोन नंबर और उपलब्ध बेड की जानकारी तुरंत प्राप्त की जा सकती है।
💙 नीला QR कोड: होटल और खाने-पीने की व्यवस्था
महाकुंभ में ठहरने और खाने-पीने की जानकारी अब नीले QR कोड के जरिए आसानी से उपलब्ध होगी। इसे स्कैन करने पर 20 प्रमुख होटलों की सूची और खाने-पीने की जगहों की जानकारी मोबाइल स्क्रीन पर तुरंत आ जाएगी।


डिजिटल कुंभ: श्रद्धालुओं के लिए नई सुविधाएं
योगी सरकार की इस पहल का उद्देश्य महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को बेहतर और सहज अनुभव प्रदान करना है। QR कोड के अलावा, महाकुंभ क्षेत्र में वाई-फाई जोन, डिजिटल मैप्स, और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के महाकुंभ का आनंद ले सकेंगे।
पर्यावरण और स्वच्छता पर जोर
इस बार महाकुंभ को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। मेला क्षेत्र में प्लास्टिक मुक्त जोन बनाए गए हैं, और गंगा नदी की सफाई को प्राथमिकता दी जा रही है। साथ ही, जगह-जगह पर बायोडिग्रेडेबल डस्टबिन लगाए गए हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
महाकुंभ में सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन निगरानी और हाईटेक कंट्रोल रूम के जरिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
महाकुंभ 2025: डिजिटल और आध्यात्मिक संगम
महाकुंभ 2025 को योगी सरकार ने आध्यात्मिकता और तकनीकी क्रांति का संगम बनाने का संकल्प लिया है। QR कोड के जरिए श्रद्धालु हर सुविधा का लाभ उठाकर अपनी यात्रा को आसान और यादगार बना सकेंगे। इस डिजिटल पहल के जरिए प्रयागराज महाकुंभ दुनिया के सबसे उन्नत और सुव्यवस्थित आयोजनों में से एक बनने जा रहा है।
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