
कांग्रेस नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने राजस्थान सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था से लेकर शिक्षा और किसानों के मुद्दों तक, हर क्षेत्र में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। उन्होंने राज्य की जनता के हितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया और सरकार को कठघरे में खड़ा किया।

‘जिले और संभाग समाप्त करने का फैसला गलत’
सचिन पायलट ने सरकार द्वारा जिलों और संभागों को समाप्त करने के फैसले को लेकर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा, “यह फैसला बिल्कुल गलत है और जनता के हितों के खिलाफ है। सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। विधानसभा में हम इस फैसले पर जवाब मांगेंगे और इसे लेकर सरकार को जवाबदेह ठहराएंगे।”
‘इंग्लिश मीडियम स्कूलों की समीक्षा जनविरोधी’
राज्य में इंग्लिश मीडियम स्कूलों की समीक्षा के फैसले को भी पायलट ने जनविरोधी करार दिया। उनका मानना है कि इस फैसले से गरीब और पिछड़े वर्ग के बच्चों की शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा, “सरकार को शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करना चाहिए, लेकिन समीक्षा के नाम पर जो कदम उठाए जा रहे हैं, वे छात्रों और अभिभावकों के हित में नहीं हैं।”
‘कानून व्यवस्था बिगड़ी, किसान परेशान’
राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी पायलट ने सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “राजस्थान की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। अपराध बढ़ रहे हैं और आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।”
इसके साथ ही उन्होंने किसानों की समस्याओं को उजागर करते हुए कहा कि किसान बिजली और खाद के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि सरकार उनकी समस्याओं को अनदेखा कर रही है।
‘भगवान भरोसे चल रही सरकार’
सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान सरकार भगवान भरोसे चल रही है। उन्होंने कहा, “जनता की भलाई के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए, लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार को जनता की समस्याओं की कोई परवाह नहीं है।”
विधानसभा में उठाएंगे सवाल
सचिन पायलट ने यह भी स्पष्ट किया कि वह इन मुद्दों को विधानसभा में उठाएंगे। उन्होंने कहा, “जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। हम विधानसभा में इन सभी मुद्दों पर जवाब मांगेंगे और सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे।”
आम जनता का समर्थन जरूरी
अपने बयान के अंत में सचिन पायलट ने राज्य की जनता से अपील की कि वे अपनी समस्याओं के समाधान के लिए एकजुट हों और सरकार से जवाब मांगें। उन्होंने कहा, “जब तक जनता अपनी आवाज बुलंद नहीं करेगी, तब तक सरकार इन मुद्दों पर गंभीरता से ध्यान नहीं देगी।”
सचिन पायलट के इस प्रहार के बाद राजस्थान की सियासत में गर्मी बढ़ने की संभावना है। अब देखना यह होगा कि सरकार इन आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया देती है।