
इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने गणतंत्र दिवस के महत्व को महसूस किया और उसे समर्पित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया। बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियों के जरिए देशभक्ति का अद्वितीय प्रदर्शन किया, जिनमें राष्ट्रीय गीत, कविता वाचन, नृत्य, और नाटक शामिल थे। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए देशभक्ति गीतों ने सभी उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। छोटे-छोटे बच्चों ने अपने अभिनय से यह संदेश दिया कि वे भविष्य में देश की सेवा के लिए तैयार हैं और संविधान की शान बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के छात्रों ने अपने-अपने टैलेंट का प्रदर्शन किया, जिससे हर किसी को यह एहसास हुआ कि आज का युवा राष्ट्रप्रेम और समर्पण से भरा हुआ है। बच्चों ने न केवल सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में भाग लिया, बल्कि उन्होंने उन महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने देश की स्वतंत्रता और गणराज्य की नींव रखने के लिए अपना बलिदान दिया था।
ध्वजारोहण के समय विद्यालय के सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों ने मिलकर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी और भारत के संविधान के प्रति अपनी निष्ठा और सम्मान को व्यक्त किया। इस अवसर पर उपस्थित सभी मान्यजन और शिक्षकगण ने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रेरित किया।गणतंत्र दिवस समारोह के इस आयोजन ने न केवल देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता की भावना को जागृत किया, बल्कि सभी को यह भी सिखाया कि हम सभी का कर्तव्य है कि हम अपने संविधान का सम्मान करें और अपने देश की प्रगति में योगदान दें। यह कार्यक्रम विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बन गया, जिसमें उन्होंने यह सीखा कि स्वतंत्रता और गणराज्य की रक्षा के लिए हमें हर स्तर पर योगदान देना होगा।
समारोह के अंत में प्रधानाचार्य श्रीमती लीला चौधरी ने गणतंत्र दिवस की अहमियत पर अपने विचार साझा किए और सभी को एकजुट होकर देश की सेवा करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे ही कल के देश के निर्माता होंगे, इसलिए उन्हें अच्छे नागरिक और जिम्मेदार इंसान बनने की दिशा में काम करना होगा।”
न्यूज रिपोर्टर :
श्रीमान वगता राम सेंवर सारला
9414310086