
महाकुंभ यात्रा से लौटे श्रद्धालुओं का नगर में ऐतिहासिक और भव्य स्वागत किया गया। चेना राम जी सारण ‘दूधू’ व उनके साथ यात्रा पर गए श्रद्धालुओं के आगमन पर नगरवासियों ने अपार हर्षोल्लास व्यक्त किया। विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं का फूलों की वर्षा से स्वागत किया गया और माला पहनाकर सम्मानित किया गया।
नगर में जगह-जगह श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए मंच सजाए गए, जहां धार्मिक भजन-कीर्तन और मंगल गीत गूंज उठे। श्रद्धालुओं के सम्मान में विशेष आयोजन किए गए, जिनमें बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित रहे। नगर के प्रमुख चौराहों और मार्गों पर श्रद्धालुओं के स्वागत में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए।
महाकुंभ से लौटे श्रद्धालु इस पावन यात्रा के अनुभव साझा कर रहे हैं और धर्म व आस्था के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं। पूरे नगर में भक्तिमय वातावरण बना हुआ है और श्रद्धालुओं के स्वागत से उत्सव जैसा माहौल नजर आ रहा है।
महाकुंभ से लौटे श्रद्धालु इस पावन यात्रा के अनुभव साझा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में आस्था की गंगा प्रवाहित हो रही थी और वहां का अद्भुत आध्यात्मिक वातावरण अविस्मरणीय था। गंगा स्नान, संत-महात्माओं के दर्शन, प्रवचन और पूजा-पाठ से यात्रा को और भी पावन बना दिया। श्रद्धालुओं ने इस यात्रा को जीवन का एक महत्वपूर्ण और दिव्य अनुभव बताया।
नगर में इस भव्य आयोजन से चारों ओर धार्मिक माहौल बन गया है। श्रद्धालुओं के स्वागत में बजते मंगलगीत और जयघोष से वातावरण भक्तिमय हो उठा। नगरवासियों ने इस अवसर पर भव्य आयोजन कर यह दर्शाया कि धर्म और आस्था के प्रति उनकी अटूट श्रद्धा है। महाकुंभ यात्रा से लौटे श्रद्धालुओं के स्वागत से नगर में उत्सव जैसा माहौल नजर आ रहा है।