अनार की खेती करने वाले किसान भाइयों के लिए सबसे महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराया जा रहा है। यहां अनार के विभिन्न रोगों और उनकी प्रबंधन विधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है:
1. बैक्टीरियल ब्लाइट (Bacterial Blight):
लक्षण: पत्तियों पर पानी जैसे धब्बे बनना। तनों और शाखाओं पर गहरे घाव। फूलों का गिरना और बौर का मुरझाना।
प्रबंधन: फंजीसाइड का उपयोग: बैक्टीरिया के नियंत्रण के लिए प्रोटोनेक्स 96 या kitosan आधारित फंगिसाइड का छिड़काव करें।
साफ-सफाई: संक्रमित पौधों और शाखाओं को काटकर नष्ट करें।
रोग मुक्त पौधों का चयन: स्वस्थ और रोगमुक्त पौधों का चयन करें।
सिंचाई: अत्यधिक सिंचाई से बचें क्योंकि नमी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देती है।

2. सार्कोस्पोरा (Cercospora):
लक्षण: पत्तियों पर भूरे धब्बे और किनारे की ओर हल्की पीली धारियां।पत्तियाँ सूख कर गिरने लगती हैं।
प्रबंधन: फंगीसाइड्स का प्रयोग: प्रोटोनेक्स 96 या कीटोसन जैसे फंगीसाइड्स का छिड़काव करें।
साफ-सफाई: प्रभावित पत्तियों को तोड़कर नष्ट करें।
वायु परिसंचरण: पौधों के बीच उचित दूरी बनाए रखें ताकि हवा का संचलन अच्छा हो और नमी कम हो।

3. आल्टरनेरिया (Alternaria):
लक्षण: पत्तियों पर काले धब्बे, जो बाद में बड़ी सड़न में बदल जाते हैं।फल भी प्रभावित हो सकते हैं, जिससे सड़न और विकृति होती है।
प्रबंधन: फंगीसाइड्स का छिड़काव: प्रोटोनेक्स 96 या माइक्रोस्टार जैसे फंगीसाइड्स का उपयोग करें।
सिंचाई: ड्रिप इरिगेशन का प्रयोग करें, ताकि पत्तियों पर पानी न पड़े।
प्रभावित हिस्सों की सफाई: संक्रमित पत्तियों और फलों को तोड़कर नष्ट करें।
4. फ्यूजेरियम विल्ट (Fusarium Wilt):
लक्षण: पौधों के पत्ते मुरझा जाते हैं।तने की निचली जड़ें और तने पर बैक्टीरिया की मौजूदगी से पौधों की वृद्धि रुक जाती है।पौधे धीरे-धीरे मरने लगते हैं।
प्रबंधन: निवारक उपचार: प्रोटोनेक्स 96 एवं सी पावर जैसे जैविक उपचारों का उपयोग करें जो फ्यूजेरियम के खिलाफ प्रभावी होते हैं।
संक्रमित पौधों की सफाई: प्रभावित पौधों को हटाकर नष्ट करें।
सिंचाई: पौधों में जलभराव से बचें, क्योंकि यह फ्यूजेरियम के फैलने में मदद करता है।

5. निमेटोड्स (Nematodes):
लक्षण: जड़ों में गांठें और सूजन दिखाई देती हैं।पौधे पीले पड़ जाते हैं और विकास रुक जाता है।पौधे कमजोर हो जाते हैं और सूख सकते हैं।
प्रबंधन: जैविक नियंत्रण: नेमरोड और सी पावर जैसे जैविक नियंत्रण एजेंटों का उपयोग करें।
सार्वजनिक उपचार: नेमरोड रूट्स में जाकर उसमें पूरा तरह फैल और उसके जड़ों को लाल आर देता है जिससे उसमें का नेमाटोड जल्द से जल्द मर जाता है दवाई के ज्यादा कंसंट्रेशन होने की वजह से दवाई ज्यादा दिन तक काम करता है।
भूमि की सफाई: संक्रमित मिट्टी को अच्छी तरह से सुधारें और मिट्टी की नमी को नियंत्रित करें।