Slug/URL Suggestion: rpsc-bharti-2018-galat-ranking-padmachoudhary RPSC की चौंकाने वाली गलती: चार साल बाद सुधरी रैंकिंग, पदमा चौधरी को 24वीं से 39वीं रैंक पर भेजा गया

Slug/URL Suggestion: rpsc-bharti-2018-galat-ranking-padmachoudhary RAS 2018 परीक्षा में रैंकिंग की चूकपदमा चौधरी को गलत अंकों के आधार पर मिली थी 24वीं रैंककोर्ट के आदेश और RTI…

View More Slug/URL Suggestion: rpsc-bharti-2018-galat-ranking-padmachoudhary RPSC की चौंकाने वाली गलती: चार साल बाद सुधरी रैंकिंग, पदमा चौधरी को 24वीं से 39वीं रैंक पर भेजा गया

15 मई की 10 बड़ी खबरें: मोदी की चेतावनी, कोहली का संन्यास और कोर्ट से लेकर कांस तक हलचल

15 मई 2025: आज की प्रमुख खबरों पर एक विस्तृत विश्लेषण आज का दिन भारत और विश्व के लिए कई महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा रहा।…

View More 15 मई की 10 बड़ी खबरें: मोदी की चेतावनी, कोहली का संन्यास और कोर्ट से लेकर कांस तक हलचल

Success Story: आधे घंटे चला IAS इंटरव्यू, साड़ी पर पूछा गया सवाल, इस जवाब ने बनाया UPSC टॉपर  

Success Story: धनबाद की श्रेठा श्री ने UPSC 2022 में 444वीं रैंक हासिल कर मिसाल कायम की. उन्होंने मिरांडा हाउस और JNU से पढ़ाई की.…

View More Success Story: आधे घंटे चला IAS इंटरव्यू, साड़ी पर पूछा गया सवाल, इस जवाब ने बनाया UPSC टॉपर  

राजस्थान बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट 2025 जल्द: छात्रों की धड़कनें तेज, जानिए पूरी जानकारी

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं समाप्त हो चुकी हैं और अब छात्रों को बेसब्री से अपने रिजल्ट का इंतजार…

View More राजस्थान बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट 2025 जल्द: छात्रों की धड़कनें तेज, जानिए पूरी जानकारी

विराट कोहली का टेस्ट से विदा लेना: एक युग का अंत और विरासत की शुरुआत

परिचय 13 मई 2025 की सुबह क्रिकेट प्रेमियों के लिए भावनाओं का तूफान लेकर आई। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दुनिया के महानतम…

View More विराट कोहली का टेस्ट से विदा लेना: एक युग का अंत और विरासत की शुरुआत

राजस्थान के 4 जिलों में स्कूलों की छुट्टी, सरकार ने कलक्टरों को दिए सख्त निर्देश Rajasthan School Holidays

Rajasthan School Holidays: राजस्थान में सीमा क्षेत्र के चार जिलों—बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर—में सुरक्षा कारणों से आगामी आदेशों तक सभी सरकारी और निजी स्कूलों में…

View More राजस्थान के 4 जिलों में स्कूलों की छुट्टी, सरकार ने कलक्टरों को दिए सख्त निर्देश Rajasthan School Holidays

राजस्थान बोर्ड 10वीं का रिजल्ट मई में ही जारी करने की तैयारी में, RBSE ने तेज की प्रक्रिया

जयपुर, 12 मई 2025: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) इस बार 10वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम मई महीने में ही जारी करने की दिशा में…

View More राजस्थान बोर्ड 10वीं का रिजल्ट मई में ही जारी करने की तैयारी में, RBSE ने तेज की प्रक्रिया
भारत ने श्रीलंका को हराया - महिला क्रिकेट भारत ने श्रीलंका को हराकर सीरीज़ पर कब्ज़ा किया, स्मृति मंधाना का शतक शानदार नई दिल्ली, 11 मई 2025 — भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने श्रीलंका को 97 रनों से हराकर तीन मैचों की वनडे श्रृंखला 2-0 से जीत ली है। भारत की पारी – दमदार शुरुआत से शतक तक स्मृति मंधाना ने 101 गेंदों में 116 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 15 चौके और 2 छक्के शामिल थे। टीम ने कुल 300 रन बनाए। श्रीलंका की पारी – दबाव में बिखर गई टीम श्रीलंकाई टीम 203 रन पर सिमट गई। भारत की गेंदबाज़ी शानदार रही, जिसमें राजेश्वरी गायकवाड़ और रेणुका ठाकुर ने मुख्य भूमिका निभाई। श्रृंखला में टॉप स्कोरर स्मृति मंधाना – 276 रन हरमनप्रीत कौर – 264 रन शैफाली वर्मा – 245 रन सबसे ज़्यादा विकेट राजेश्वरी गायकवाड़ – 15 विकेट रेणुका ठाकुर – 11 विकेट दीप्ति शर्मा – 6 विकेट कोच और कप्तान की प्रतिक्रिया कोच रूमेश पोवार और कप्तान हरमनप्रीत कौर दोनों ने टीम की एकजुटता और प्रदर्शन की सराहना की। निष्कर्ष यह जीत भारत की महिला टीम के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाली है और वर्ल्ड कप की तैयारियों को पुख्ता करती है।

भारत की धमाकेदार जीत, स्मृति मंधाना का शतक; वर्ल्ड कप के लिए तैयार दिखी टीम इंडिया

नई दिल्ली, 11 मई 2025 — भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने श्रीलंका को करारी शिकस्त देकर तीन मैचों की वनडे श्रृंखला अपने नाम कर ली…

View More भारत की धमाकेदार जीत, स्मृति मंधाना का शतक; वर्ल्ड कप के लिए तैयार दिखी टीम इंडिया
"माँ की ममता से राष्ट्रपति भवन तक: द्रौपदी मुर्मू की भावनात्मक यात्रा" प्रस्तावना: देश की प्रथम नागरिक, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा लिखा गया यह विशेष लेख 'माँ' के त्याग, प्रेम और ममता को समर्पित है। यह लेख न केवल एक व्यक्तिगत अनुभव है, बल्कि यह समाज के उन अनगिनत माताओं को भी श्रद्धांजलि है, जिनके बलिदान और संस्कारों के कारण संतानें ऊँचाइयों तक पहुँचती हैं। 'मेरा अस्तित्व, व्यक्तित्व, परिचय... सब माँ की देन' शीर्षक के माध्यम से उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि जीवन में जो कुछ भी उन्होंने पाया है, उसकी नींव उनकी माँ ने रखी। माँ की सीखें: बचपन से राष्ट्रपति भवन तक द्रौपदी मुर्मू अपने लेख में बताती हैं कि बचपन में कोई भी महत्वपूर्ण या गूढ़ सवाल जब घर आता था, तो बच्चे-बच्चियाँ माँ से ही पूछते थे। माँ का व्यवहार, उनका काम करने का तरीका, उनकी संवेदनशीलता और धैर्य—इन सबने ही बच्चों के भीतर सोचने, समझने और निर्णय लेने की क्षमता विकसित की। यही कारण है कि राष्ट्रपति बनने जैसी महान जिम्मेदारी निभाते हुए भी वे आज खुद को अपनी माँ के संस्कारों से जुड़ा हुआ महसूस करती हैं। संस्कारों की नींव: आदिवासी समाज की विशेषता इस लेख में वे स्पष्ट करती हैं कि उनका पालन-पोषण एक साधारण आदिवासी समाज में हुआ, जहाँ साधनों की कमी थी लेकिन जीवन मूल्यों की कोई कमी नहीं थी। माँ ने कड़ी मेहनत, आत्मनिर्भरता और सामूहिक सहयोग जैसे जीवन दर्शन सिखाए। वे बताती हैं कि कैसे उनकी माँ खेतों में काम करते हुए भी अपनी बेटियों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देती थीं। नारी शिक्षा का महत्व राष्ट्रपति मुर्मू यह भी साझा करती हैं कि कैसे उनके गाँव में लड़कियों की शिक्षा को उतना महत्व नहीं दिया जाता था, परंतु उनकी माँ ने इस सामाजिक सोच को चुनौती दी और उन्हें पढ़ाया-लिखाया। यह निर्णय उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण मोड़ बना। आज जब वे भारत की राष्ट्रपति हैं, तो वे माँ के उसी निर्णय को सबसे बड़ी प्रेरणा मानती हैं। गरीबी में भी आत्मसम्मान की शिक्षा वे यह भी लिखती हैं कि माँ ने कभी भी परिस्थितियों के आगे हार नहीं मानी। गरीबी में भी आत्मसम्मान बनाए रखा। उनका कहना है कि माँ ने यह सिखाया कि मदद माँगने से बेहतर है कि खुद पर भरोसा रखा जाए और मेहनत से आगे बढ़ा जाए। समाज और राष्ट्र निर्माण में माँ की भूमिका द्रौपदी मुर्मू यह मानती हैं कि किसी भी समाज और राष्ट्र की नींव माँ की गोद में ही रखी जाती है। एक माँ ही सबसे पहला स्कूल होती है। उन्होंने अपने लेख में बताया कि कैसे आज़ादी के 75 वर्षों के बाद भी माँ की भूमिका समाज निर्माण में सर्वोपरि बनी हुई है। मातृत्व और नेतृत्व का संगम यह लेख मातृत्व और नेतृत्व के बीच के गहरे संबंध को भी उजागर करता है। राष्ट्रपति मुर्मू बताती हैं कि माँ ने उन्हें सिर्फ स्त्री धर्म ही नहीं, बल्कि नेतृत्व के मूल तत्व भी सिखाए—जैसे धैर्य, सब्र, करुणा, न्याय और निर्णय लेने की क्षमता। ‘नारी सशक्तिकरण 2.0’ की नींव माँ के आँचल से लेख में उन्होंने उल्लेख किया कि आज देश में ‘नारी सशक्तिकरण 2.0’ की बात हो रही है, परंतु इसकी नींव तो माँ के आँचल में ही रही है। वे माँ को ही पहली नेता, पहली शिक्षिका और पहली मार्गदर्शिका मानती हैं। समापन: माँ की पूजा, सिर्फ एक दिन नहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का लेख केवल एक भावनात्मक संस्मरण नहीं है, बल्कि यह एक राष्ट्रीय संदेश भी है। वे इस लेख के माध्यम से यह कहना चाहती हैं कि माँ की पूजा केवल 'मदर्स डे' जैसे एक दिन तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि हर दिन उनके योगदान को स्मरण किया जाना चाहिए। निष्कर्ष: माँ का आँचल—संस्कारों की पाठशाला इस भावनात्मक लेख से यह स्पष्ट होता है कि द्रौपदी मुर्मू जैसी ऊँचाई पर पहुँचने वाली महिला भी अपने व्यक्त

माँ की ममता से राष्ट्रपति भवन तक: द्रौपदी मुर्मू की भावनात्मक यात्रा

प्रस्तावना: देश की प्रथम नागरिक, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा लिखा गया यह विशेष लेख ‘माँ’ के त्याग, प्रेम और ममता को समर्पित है। यह लेख…

View More माँ की ममता से राष्ट्रपति भवन तक: द्रौपदी मुर्मू की भावनात्मक यात्रा

Akash Missile System: ‘मेरे लिए खुशी का दिन’, ‘आकाश’ के पाकिस्तानी मिसाइल को ढेर करने पर बोले पूर्व वैज्ञानिक

AUTHOR jasa ram(class of student) India-PAK Tension: पाकिस्तान की तरफ से भारत पर किए जा रहे मिसाइल हमलों को नाकाम करने वाले आकाश मिसाइल सिस्टम को…

View More Akash Missile System: ‘मेरे लिए खुशी का दिन’, ‘आकाश’ के पाकिस्तानी मिसाइल को ढेर करने पर बोले पूर्व वैज्ञानिक