बाड़मेर की विमला सुथार ने ग्रामीण प्रतिभा खोज परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त कर जीती ₹3 लाख की छात्रवृत्ति, दृष्टि IAS में निःशुल्क कोचिंग का अवसर!

बाड़मेर, राजस्थान: बाड़मेर ज़िले के सांईयों का तला, चौहटन गाँव की सुश्री विमला सुथार ने अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए वीर तेजा नव सृजन संस्थान (VTNSS), बाड़मेर द्वारा आयोजित ग्रामीण प्रतिभा खोज परीक्षा 2025 में दूसरा स्थान हासिल किया है। इस उल्लेखनीय उपलब्धि के साथ, विमला ने ₹3,00,000 (अक्षरे- तीन लाख रुपए) तक की प्रतिष्ठित छात्रवृत्ति अपने नाम कर ली है। यह छात्रवृत्ति उन्हें देश के प्रतिष्ठित दृष्टि IAS संस्थान में 3 साल तक निःशुल्क कोचिंग प्राप्त करने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगी, जिससे उन्हें अपने सपनों को पूरा करने और अपनी प्रतिभा को और निखारने का मौका मिलेगा।

सुश्री विमला सुथार, जो श्री रुपाराम जी सुथार की सुपुत्री हैं और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सांईयों का तला की छात्रा हैं, ने यह साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत, लगन और सही मार्गदर्शन से ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाएं भी किसी से कम नहीं। उनकी यह सफलता बाड़मेर और राजस्थान के ग्रामीण इलाकों के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।

वीर तेजा नव सृजन संस्थान ग्रामीण क्षेत्रों की छिपी हुई प्रतिभाओं को उजागर करने और उन्हें सही मंच प्रदान करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। यह परीक्षा इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के छात्रों को भी उच्च-स्तरीय कोचिंग प्राप्त करने का अवसर मिलता है। संस्थान का लक्ष्य है कि ऐसी प्रतिभाएं संसाधनों के अभाव में अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दें।

विमला की इस सफलता पर वीर तेजा नव सृजन संस्थान ने उन्हें और उनके पूरे परिवार को हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। संस्थान ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि विमला अपनी इस उपलब्धि का सदुपयोग कर देश और समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान देंगी।

यह उपलब्धि न केवल विमला के लिए बल्कि सांईयों का तला गाँव और पूरे बाड़मेर ज़िले के लिए गर्व का विषय है। यह दर्शाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपार क्षमताएं मौजूद हैं, जिन्हें केवल एक अवसर और सही दिशा की आवश्यकता है। विमला की यह कहानी उन हजारों छात्रों को प्रेरित करेगी जो बड़े सपने देखते हैं लेकिन सुविधाओं के अभाव में हताश हो जाते हैं।

दृष्टि IAS जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में 3 साल की निःशुल्क कोचिंग मिलना विमला के लिए एक गेम चेंजर साबित होगा। यह उन्हें संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) जैसी कठिन परीक्षाओं की तैयारी करने और देश की प्रशासनिक सेवा में शामिल होने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगा। वीर तेजा नव सृजन संस्थान का यह कदम सराहनीय है और यह ग्रामीण शिक्षा और प्रतिभा विकास के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिख रहा है।

हम सुश्री विमला सुथार को उनकी इस शानदार सफलता के लिए एक बार फिर से बहुत-बहुत बधाई देते हैं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं!

अधिक जानकारी के लिए, वीर तेजा नव सृजन संस्थान की वेबसाइट https://vtnss.online/ पर विजिट कर सकते हैं।


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