
आडेल | सीमित दायरे का प्रयास अवश्य ही रंग लाता है, मासिक टेस्ट एक सुक्ष्म आकलन पद्धति है । जिसमें बच्चों को पढाया हुआ साथ-साथ पढने को प्रेरित करता है एवं आने वाली समस्या का हल तुरन्त मिल सकता है । जिससे बच्चे सकारात्मक परिणाम पाकर उसे पुर्नबलन के रूप में लेते है ।

जिसे मैंने हमारे विद्यालय में देखा है । शुरू में पहले मासिक टेस्ट में बच्चों ने कम रूचि दिखाई । लेकिन बच्चों को अच्छे से समझाया। पहले टेस्ट के परिणाम से उन्हें जिला मेरिट, स्कूल में कक्षा मे स्थान जैसे पुनर्बलन ने उन्हें प्रोत्साहित किया। दूसरे टेस्ट से आज तक विद्यालय के कक्षा 5 से 8 तक के सभी बच्चे लगातार टेस्ट मे भाग ले रहे हैं । बच्चों के माता पिता भी बच्चों का परिणाम जानने या स्कूल में आते है या फोन के माध्यम से जानकारी प्राप्त करते हैं । अभिभावकगण का भी बच्चों व विद्यालय के प्रति स्नेह व सकारात्मक माहौल बन रहा है । योजनाबद्ध तरीके से बच्चों की परीक्षा, पाठ्यक्रम, परिणाम होने से विश्वसनीयता भी बढी है । बच्चों के उत्साह को देखकर अब भामाशाह भी आगे आ रहे हैं । पहले , दूसरे, तीसरे टेस्ट के लिए राशि प्रत्येक बच्चे से मंगवाई थी। लेकिन अब हर टेस्ट के लिए भामाशाह ने खुद smc के माध्यम से फीस चुकता करने की बात कही ।

इस बार के टेस्ट मे तो बच्चों के लिए और भी खुशखबरी मिली, कक्षा मे हर मासिक टेस्ट मे प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को प्रोत्साहन स्वरूप राशि भी दी जायेगी । जिसमे वीरम देव जी का अमूल्य योगदान है । यानि कहने का सीधा सा मतलब है कि शुरुआत अच्छी है तो लोग अपने आप जुङते चले जाते है । बस उन्हें बताने की जरूरत है ।
हमारे आसपास के विद्यालय से हमने संपर्क किया जिसका परिणाम यह हुआ कि 5 स्कूल के बच्चे टेस्ट सीरीज से जुडे है । ये परिणाम तत्काल के साथ दूरगामी भी होगे । मैं बस इतना ही कहना चाहता हू कि जहां चाह वहां राह ।

वीर तेजा नव सृजन संस्थान बाङमेर के संस्थापक वीरमदेव जी की सकारात्मक शुरुआत से यह सम्भव हो सका है। जिन्होंने कक्षा 5 के बच्चों को भी प्रतियोगिता हेतु तैयार करने की जिम्मेदारी निभाई है । मैंने सर से दूसरे टेस्ट मे बात की थी कि मेरा निवेदन है कि कक्षा 5 के बच्चों के लिए शुरू की गई टेस्ट सीरीज बच्चे कम जुङने के कारण बंद मत करना। धीरे धीरे मिलकर सब कोशिश करेगे संख्या भी बढेगी। आज कक्षा 5 में भी संतोषजनक संख्या है ।
हमारा छोटा सा प्रयास नन्हें-मुन्नों का भविष्य बदल सकता है।