वीर तेजा नवसृजन संस्थान की ग्रामीण प्रतिभा खोज परीक्षा: हजारों विद्यार्थियों के सपनों को दे रही नई उड़ान

बाड़मेर जिले में शिक्षा के स्तर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के उद्देश्य से वीर तेजा नवसृजन संस्थान द्वारा आयोजित ग्रामीण प्रतिभा खोज परीक्षा जिलेभर के विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस परीक्षा के माध्यम से न केवल छात्रों की शैक्षणिक क्षमता को परखा जाता है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी मजबूती मिलती है।

ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने का अनूठा प्रयास

इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं को सामने लाना और उन्हें बेहतर अवसर प्रदान करना है। यह टेस्ट सीरीज उन छात्रों के लिए खास तौर पर फायदेमंद साबित हो रही है, जो संसाधनों की कमी के बावजूद अपने ज्ञान और मेहनत के दम पर आगे बढ़ना चाहते हैं।

10 ऑफलाइन टेस्ट की विशेष श्रृंखला इस परीक्षा के तहत प्रतिवर्ष 10 ऑफलाइन टेस्ट आयोजित किए जाते हैं, जिनमें विद्यार्थियों की समझ और विषयगत ज्ञान को परखा जाता है। इन टेस्ट्स का पाठ्यक्रम पूरी तरह से विद्यार्थियों की अध्ययनरत कक्षा के पाठ्यक्रम पर आधारित होता है, ताकि वे अपनी पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षा की तैयारी भी कर सकें।

आज हुआ 8वां टेस्ट, जिलेभर में दिखा जबरदस्त उत्साह आज 30 जनवरी 2025 को इस टेस्ट श्रृंखला का आठवां टेस्ट जिले के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस टेस्ट में 100-100 मल्टीपल चॉइस क्वेशन्स (MCQs) पूछे गए, जो छात्रों की विषयवस्तु पर पकड़ को परखने के लिए तैयार किए गए थे।

जिलेभर के कई विद्यालयों ने लिया भाग इस प्रतिभा खोज परीक्षा में जिले के हजारों विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इनमें शामिल प्रमुख विद्यालय हैं:

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, पाबूबेरा (धोरीमन्ना)

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, खिंयोणी सारणों की ढाणी (सिणधरी)

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, रतासर (चौहटन)

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मंगले की बेरी (आडेल)

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, अर्जुन की ढाणी (आडेल)

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, धोलानाडा (आडेल)

राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, बेनीवालों की ढाणी (आडेल)

इन विद्यालयों के विद्यार्थियों ने पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दी, जिससे उनके भीतर एक नई ऊर्जा देखने को मिली।

विद्यार्थियों में बढ़ता आत्मविश्वास और प्रतियोगिता का जज्बा इस टेस्ट सीरीज ने जिलेभर के विद्यार्थियों में पढ़ाई को लेकर एक नया जोश और उत्साह भर दिया है। यह परीक्षा उन्हें केवल किताबों तक सीमित नहीं रखती, बल्कि उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं के पैटर्न से भी अवगत कराती है। ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी अब बड़े सपने देखने लगे हैं और इस परीक्षा ने उनके आत्मविश्वास को नया आयाम दिया है।

क्या कहते हैं शिक्षक और अभिभावक? परीक्षा में भाग ले रहे विद्यार्थियों के शिक्षकों और अभिभावकों ने भी इस पहल की सराहना की है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पाबूबेरा के शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई ने बताया— “इस प्रकार की परीक्षा से बच्चों की मानसिक क्षमता का विकास होता है और वे नियमित अध्ययन की आदत डालते हैं। यह पहल ग्रामीण शिक्षा के लिए बहुत लाभकारी साबित हो रही है।” वहीं, एक अभिभावक ने खुशी जताते हुए कहा— “हमारे बच्चे भी अब बड़े शहरों के विद्यार्थियों की तरह प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार हो रहे हैं। यह हमारे गांवों के लिए गर्व की बात है।”

भविष्य में और भी बड़े अवसर वीर तेजा नवसृजन संस्थान का यह प्रयास सिर्फ एक परीक्षा तक सीमित नहीं है। भविष्य में और भी बड़े स्तर पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेष मार्गदर्शन सत्र, ऑनलाइन टेस्ट सीरीज और छात्रवृत्ति कार्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई जा रही है, जिससे विद्यार्थियों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।

शिक्षा की ओर बढ़ते कदम ग्रामीण प्रतिभा खोज परीक्षा न केवल बाड़मेर जिले के विद्यार्थियों के लिए, बल्कि पूरे शिक्षा जगत के लिए एक प्रेरणादायक पहल बन चुकी है। इससे यह साफ हो गया है कि अगर सही मार्गदर्शन और अवसर मिलें, तो ग्रामीण क्षेत्र के छात्र भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस परीक्षा से निकलने वाली प्रतिभाएं आने वाले समय में कैसे सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचती हैं।

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