
अजमेर/झुंझुनूं: राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) प्री-2024 परीक्षा में रविवार को कई जगह अव्यवस्थाओं की घटनाएं सामने आईं, जिससे अभ्यर्थियों में भारी नाराजगी देखी गई। खासतौर पर झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ में एक परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र का लिफाफा पहले से खुला मिलने से विवाद गहरा गया। इसके अलावा, कई जिलों में अभ्यर्थियों को एंट्री में परेशानी का सामना करना पड़ा, जो परीक्षा की प्रक्रिया पर सवाल उठाने का कारण बना।

पेपर लिफाफा खुला मिलने पर हंगामा: 9 अभ्यर्थियों ने किया बहिष्कार
झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ स्थित बलवंतपुरा परीक्षा केंद्र के रूम नंबर 57 में जब अभ्यर्थियों को परीक्षा का प्रश्न पत्र पहले से खुला हुआ मिला, तो वहां हड़कंप मच गया। इस रूम में 24 अभ्यर्थियों के बैठने का इंतजाम था, लेकिन केवल 10 अभ्यर्थी ही पहुंचे थे। जब पेपर का लिफाफा खोला गया, तो 9 अभ्यर्थियों ने इसे गंभीर प्रशासनिक चूक मानते हुए विरोध दर्ज कराया और परीक्षा का बहिष्कार कर दिया। अभ्यर्थी मनीष कुमार और हरीश कुमार ने जिला प्रशासन से इस मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई और निष्पक्ष जांच की मांग की। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिला, अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए।
SDM का बयान: नवलगढ़ के SDM जयसिंह ने कहा कि प्रश्न पत्र के बॉक्स को निर्धारित प्रक्रिया के तहत 2 अभ्यर्थियों की मौजूदगी में खोला गया था, लेकिन गलती से कंट्रोल रूम में ही लिफाफा खोल दिया गया था। इसके बाद सीलबंद लिफाफों से प्रश्न पत्र वितरित किए गए, और मामले की वीडियोग्राफी कर जांच शुरू कर दी गई है।

कई जिलों में एंट्री विवाद: अभ्यर्थियों को रोका गया, हंगामा हुआ
RAS परीक्षा के दौरान जयपुर, कोटा और कोटपूतली जैसे प्रमुख शहरों में अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश से रोका गया, जिससे विवाद पैदा हो गया। कई अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि उनके पास सभी दस्तावेज होते हुए भी उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया।
कोटपूतली में हंगामा: ताज मेमोरियल बीएड कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थी अनिल ने बताया कि उनके पास एक फोटो थी, जो प्रवेश पत्र में दिए गए निर्देशों के अनुसार पर्याप्त थी, लेकिन अधिकारियों ने दो फोटो की मांग की। दूसरी फोटो लाने के दौरान गेट बंद कर दिया गया, जबकि कुछ अभ्यर्थियों को एक फोटो के साथ भी एंट्री दी गई। इससे अभ्यर्थियों में भेदभावपूर्ण व्यवहार का आरोप लगा और हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करना पड़ा।

जयपुर में जाम बना बाधा: सीकर के गोविंदगढ़ निवासी कृष्ण कुमार यादव को जाम के कारण महज 2 मिनट देरी से पहुंचे, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें एंट्री से वंचित कर दिया। कई अन्य अभ्यर्थियों ने बताया कि बस खराब होने और ट्रैफिक जाम के कारण वे देर से पहुंचे, लेकिन अधिकारियों ने किसी भी प्रकार की लचीलापन नहीं दिखाई।
कोटा में महिला अभ्यर्थी का रोना: कोटा के मोदी कॉलेज में एक महिला अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र में देरी से पहुंचने पर रोक दिया गया। एंट्री न मिलने पर वह गेट पर रो पड़ी और पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन अधिकारियों ने नियमों का हवाला देते हुए उसे प्रवेश नहीं दिया।
टोंक में 140 एग्जामिनर्स को नोटिस, अनुपस्थित रहने पर कार्रवाई
टोंक में परीक्षा ड्यूटी पर तैनात 140 एग्जामिनर्स अनुपस्थित पाए गए, जिससे प्रशासनिक लापरवाही का मामला सामने आया। जिला प्रशासन ने सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और उन्हें तीन दिनों के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

RAS आयोग ने परीक्षा के 5 घंटे बाद जारी की आंसर-की
RAS परीक्षा के बाद Rajasthan Public Service Commission (RPSC) ने अभ्यर्थियों के लिए राहत की खबर दी। आयोग ने पहली बार परीक्षा के दिन ही 5 घंटे के भीतर मॉडल आंसर-की जारी की। आयोग के मुख्य परीक्षा नियंत्रक IAS आशुतोष गुप्ता ने बताया कि अभ्यर्थी वेबसाइट से आंसर-की डाउनलोड कर सकते हैं और 3 फरवरी से 5 फरवरी 2025 तक आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं।
उपस्थिति में गिरावट: श्रीगंगानगर में सबसे कम उपस्थिति
इस बार RAS प्री-2024 परीक्षा में 6,75,080 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से 3,75,657 ने परीक्षा में भाग लिया। कुल उपस्थिति 55.65 प्रतिशत रही, जो पिछले वर्षों की तुलना में कम मानी जा रही है। प्रतापगढ़ में सबसे अधिक 68.09% उपस्थिति दर्ज की गई, जबकि श्रीगंगानगर में सबसे कम 43.07% अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया।

38 जिलों में परीक्षा केंद्र, 3 जिलों में नहीं बने सेंटर
RAS प्री परीक्षा 2024 को 38 जिलों के 87 शहरों में आयोजित किया गया था, जिनमें अजमेर, अलवर, बालोतरा, बाड़मेर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, उदयपुर जैसे प्रमुख शहर शामिल थे। हालांकि, जालोर, फलोदी और सलूम्बर में केंद्र नहीं बनाए गए। RPSC सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि इन जिलों में अभ्यर्थियों की संख्या कम होने के कारण उन्हें नजदीकी जिलों में सेंटर अलॉट किए गए थे।
RAS प्री-2024 परीक्षा में अभ्यर्थियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब यह देखना होगा कि RPSC और जिला प्रशासन इन घटनाओं पर क्या कार्रवाई करते हैं और अभ्यर्थियों की शिकायतों का समाधान किस प्रकार किया जाता है।