लंबे समय तक राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने वाले संजू सैमसन अब इस फ्रेंचाइजी को छोड़ना चाहते हैं। संजू 2013 से 2015 तक इस टीम के साथ थे। फिर 2018 से पििछले सीजन तक। अब उन्होंने फ्रेंचाइजी को बता दिया है कि वह अगले सीजन नई टीम की तलाश में हैं और इसका एक कारण भी सामने आया है।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान रॉयल्स को अपनी कप्तानी में ऊंचाइयों पर ले जाने वाले कप्तान संजू सैमसन इस फ्रेंचाइजी का साथ छोड़ने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजू ने फ्रेंचाइजी से कह दिया है कि वह अगले सीजन में टीम के साथ नहीं रहना चाहते। इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। हालांकि, इस मामले में भारत के पूर्व ओपनर ने एक बात कहकर सभी को हैरान कर दिया है।
आकाश चोपड़ा ने संजू के राजस्थान छोड़ने की वजह उभरते हुए युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी को बताया है। संजू 2013 से 2015 तक राजस्थान में खेले थे। फिर दो साल वह दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) में खेले। फिर 2018 में उनकी राजस्थान में वापसी हुई थी। अपनी कप्तानी में वह टीम को साल 2022 में फाइनल में ले गए थे। ये 2008 के बाद पहली बार था जब राजस्थान की टीम फाइनल में पहुंची थी।
आकाश ने कही ये बात
आकाश ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा, “संजू सैमसन राजस्थान का साथ क्यों छोड़ना चाहते हैं? ये दिलचस्प है क्योंकि पिछले मेगा ऑक्शन में उन्होंने जोस बटलर को रिलीज कर दिया था। मुझे लगता है कि उन्होंने बटलर को इसलिए जाने दिया था क्योंकि यशस्वी जायसवाल आ गए थे और संजू ओपनिंग करना चाहते थे।”
आकाश ने कहा कि युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी के आने से संजू को परेशानी हो रही है और इसी कारण वह राजस्थान का साथ छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि उन्होंने जो खिलाड़ी रिटेन और रिलीज किए उनमें संजू का बड़ा हाथ था। अब ऐसा लग रहा है कि वह नहीं होंगे।
वैभव सूर्यवंशी आ गए हैं। दो ओपनर पहले से ही हैं। आप ध्रवु जुरैल को भी ऊपर खिलाना चाहते हैं। इसलिए मुझे लगता है कि संजू छोड़ना चाहते हैं। अगर वह ऐसा सोचते हैं। ये अटकलें हैं। मुझे नहीं पता कि राजस्थान और उनके दिमाग में क्या है।”
संजू में दिलचस्पी ले सकती है कोलकाता
आकाश को लगता है कि कोलकाता नाइट राइडर्स संजू सैमसन को अपने साथ जोड़ सकती है। आकाश ने कहा, “पहला नाम जो मेरे दिमाग में आता है वो चेन्नई सुपर किंग्स नहीं बल्कि कोलकाता नाइट राइडर्स है। कोलकाता संजू के लिए सबसे ज्यादा उत्साहित टीम होगी।
उनके पास भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज नहीं है। इसने उनके हाथ बांध रखे हैं। दूसरा, अगर आपको एक कप्तान मिल जाए तो क्या बुरा? मैं इस बात से इनकार नहीं कर रहा कि अजिंक्य रहाणे ने अच्छी कप्तानी की और बल्ले से भी रन बनाए।”