
मुख्यमंत्री निवास पर “वंदे गंगा” जल संरक्षण जन-अभियान की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित
प्रदेशभर में 5 जून से आरंभ होगा व्यापक जल संरक्षण अभियान
जयपुर, 1 जून 2025 — मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (या संबंधित मुख्यमंत्री का नाम यदि अलग है) ने आज मुख्यमंत्री निवास पर आगामी 5 जून से शुरू होने वाले राज्यव्यापी “वंदे गंगा” जल संरक्षण-जन अभियान की तैयारियों की गहन समीक्षा की। इस अवसर पर उच्च स्तरीय अधिकारियों और संबंधित विभागों के प्रमुखों की उपस्थिति में अभियान के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल संरक्षण के इस महाअभियान को जनआंदोलन का स्वरूप दिया जाए, ताकि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि जल संकट को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है और “वंदे गंगा” अभियान इसी दिशा में एक सार्थक कदम है।
बैठक में बताया गया कि यह अभियान 5 जून, विश्व पर्यावरण दिवस से शुरू होकर विभिन्न चरणों में प्रदेशभर के गांवों, कस्बों और शहरों में जल स्रोतों की सफाई, पुनर्भरण, संरक्षण एवं जनजागरूकता गतिविधियों के रूप में संचालित किया जाएगा। विशेष रूप से नदियों, तालाबों, कुओं और जोहड़ों की सफाई और गहरीकरण पर जोर रहेगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अभियान की प्रत्येक गतिविधि पारदर्शी, प्रभावी और जन-संवेदनशील होनी चाहिए। इसके लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जागरूकता रैलियों, कार्यशालाओं, चित्र प्रतियोगिताओं और सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से जनसंपर्क स्थापित किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान जैसे जल संकटग्रस्त राज्य के लिए जल संरक्षण केवल पर्यावरणीय जिम्मेदारी नहीं, बल्कि भविष्य की जीवनरेखा है। इस अभियान को सफल बनाने में पंचायतीराज संस्थाओं, नगरीय निकायों, स्कूलों, कॉलेजों, स्वयंसेवी संस्थाओं और आम नागरिकों की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है।
अंत में, मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों से कहा कि अभियान की मॉनिटरिंग के लिए एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाए, जो अभियान की प्रगति पर नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
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