प्रयागराज। महाकुंभ मेले के सेक्टर 5 में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। टेंट में रखे सिलेंडर में विस्फोट होने के बाद भीषण आग लग गई, जिसने पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में अब तक 20-25 टेंट जलकर खाक हो चुके हैं। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दमकल की 6 गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन हवा के तेज होने के कारण आग लगातार फैलती जा रही है।
आग की घटना ने मचाई अफरा-तफरी
आग लगने के बाद मेला क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। लोग आग के क्षेत्र से दूर सुरक्षित स्थानों की ओर भागते नजर आए। दमकल विभाग, पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर मौजूद हैं और आग पर काबू पाने के साथ-साथ प्रभावित क्षेत्र को खाली कराने में जुटी हैं।
यह घटना शास्त्री पुल और रेलवे पुल के बीच के इलाके में हुई है, जो महाकुंभ के मुख्य क्षेत्र का हिस्सा है। सिलेंडर ब्लास्ट के कारण आग विकराल रूप लेती जा रही है। टेंटों में रखे अन्य सिलेंडर भी एक-एक कर फट रहे हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।
आग फैलकर सेक्टर 19 और 20 तक पहुंची
दमकल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, आग सेक्टर 5 से शुरू होकर सेक्टर 19 और 20 तक फैल चुकी है। तेज हवा के कारण आग ने आसपास के टेंटों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है, लेकिन आग पर काबू पाने में अभी समय लग सकता है।
अब तक हताहतों की सूचना नहीं
हालांकि, इस भयंकर हादसे में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे शांत रहें और घटनास्थल के पास जाने से बचें।
मेला क्षेत्र में सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने महाकुंभ मेले में सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। टेंटों में गैस सिलेंडर के उचित रखरखाव और सुरक्षा के उपायों की कमी आग लगने का बड़ा कारण माना जा रहा है। प्रशासन इस मामले की जांच के आदेश दे चुका है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रयागराज जिला प्रशासन ने कहा है कि आग पर जल्द से जल्द काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि प्रभावित क्षेत्र को खाली करा लिया गया है, और राहत कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।
महाकुंभ में आए लाखों श्रद्धालु इस घटना से सहम गए हैं। प्रशासन ने कहा है कि आग बुझाने के बाद घटना की पूरी जांच की जाएगी और लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आग की यह घटना महाकुंभ में सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को लेकर नए सिरे से समीक्षा की आवश्यकता पर बल देती है।