चौहटन | नेतराङ गांव का गोदारा परिवार नशा और कुरीतियों के खिलाफ अपने दृढ़ संकल्प और अनुकरणीय आदर्शों के लिए पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध हो चुका है। यह परिवार सामान्य किसान परिवार से है, लेकिन अपनी कड़ी मेहनत और उच्च शिक्षा के प्रति समर्पण के बल पर समाज में एक अलग पहचान बना चुका है। रणछा राम गोदारा जी के परिवार ने यह साबित कर दिया है कि सच्चे संस्कार और शिक्षित सोच से समाज को नई दिशा दी जा सकती है। इस परिवार के तीन पुत्र – रणछा राम जी (प्राध्यापक), पुरखा राम जी (सब इंस्पेक्टर, राजस्थान पुलिस), और रामचंद्र जी (अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, चोहटन) – अपने-अपने क्षेत्रों में उच्च पदों पर आसीन हैं और समाज को एक नई दिशा देने का कार्य कर रहे हैं।
नशामुक्त विवाह: एक प्रेरणादायक कदम चार महीने पहले रणछा राम जी गोदारा परिवार ने अपनी बेटियों के विवाह को नशामुक्त रखने का निर्णय लिया। यह कदम समाज में एक नई मिसाल के रूप में सामने आया। परिवार ने यह संदेश दिया कि बिना नशे और कुरीतियों के भी समारोह को गरिमामय और सुखद बनाया जा सकता है।
माताश्री के देवलोकगमन पर कुरीतियों का त्याग हाल ही में इस परिवार की माताश्री का देहांत हो गया। ऐसे समय में भी परिवार ने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ खड़े होकर एक नई मिसाल पेश की। उन्होंने न केवल बैकुण्ठी जैसी रस्मों को त्यागा, बल्कि पगड़ी रस्म को भी पूरी तरह नशामुक्त और मृत्यु भोज रहित रखा। यह निर्णय समाज में व्याप्त उन परंपराओं को चुनौती देता है, जो आर्थिक और मानसिक रूप से परिवारों पर बोझ डालती हैं।
समाज को नई दिशा देने का आह्वान गोदारा परिवार की यह पहल एक संदेश है, विशेष रूप से युवा और शिक्षित वर्ग के लिए, कि यदि शिक्षित परिवार कुरीतियों का त्याग करेंगे, तो समाज को नई दिशा दी जा सकती है। नशामुक्ति और कुरीतियों से मुक्त समाज बनाने के लिए हम सभी को इस तरह के आदर्शों को अपनाना होगा।
समाज के लिए प्रेरणा नेतराङ गांव का गोदारा परिवार इस बात का प्रमाण है कि शिक्षा और दृढ़ संकल्प से समाज में सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं। यह परिवार नशा और कुरीतियों के खिलाफ खड़ा होकर समाज के लिए एक आदर्श बन गया है। आइए, हम सभी इस प्रेरणादायक परिवार के कदमों का अनुसरण करें और समाज को नशामुक्त और कुरीतियों से मुक्त बनाने में अपना योगदान दें।