
मध्य प्रदेश | धार जिले में एक बेहद अजीब और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जो किसी चमत्कार से कम नहीं लगती। यहां एक व्यक्ति को मृत मानकर उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। लेकिन एंबुलेंस के स्पीड ब्रेकर पर उछलने और झटका लगने के बाद मृत घोषित किया गया व्यक्ति अचानक जिंदा हो गया।
क्या है मामला? मिली जानकारी के अनुसार, धार जिले के एक गांव में रहने वाले 50 वर्षीय रामलाल को दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों ने अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी और शव को एंबुलेंस से श्मशान घाट ले जाया जा रहा था। जब एंबुलेंस रास्ते में एक बड़े स्पीड ब्रेकर से गुजरी, तो अचानक झटका लगने पर रामलाल ने हिलना शुरू कर दिया। परिजन और एंबुलेंस स्टाफ हैरान रह गए। थोड़ी देर बाद रामलाल ने धीरे-धीरे आंखें खोल दीं।
डॉक्टरों ने क्या कहा? घटना के बाद रामलाल को दोबारा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद कहा कि यह एक दुर्लभ स्थिति थी। संभवतः रामलाल को “कैटालेप्सी” (Catalepsy) नामक स्थिति हुई थी, जिसमें व्यक्ति का शरीर एकदम ठंडा और कठोर हो जाता है, जिससे उसे मृत समझ लिया जाता है।
परिवार की प्रतिक्रिया रामलाल के जिंदा होने की खबर से परिवार वालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने इसे भगवान का चमत्कार माना और श्मशान घाट से घर लौट आए।
सीख और संदेश इस घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि मृत घोषित किए गए व्यक्ति की स्थिति की पूरी तरह से पुष्टि करना जरूरी है। यह घटना चिकित्सा विज्ञान और मानवीय समझ दोनों के लिए एक अहम सीख है।
निष्कर्ष: यह घटना दर्शाती है कि विज्ञान के क्षेत्र में भी चमत्कार जैसे वाकये हो सकते हैं। रामलाल का जिंदा होना उनके परिवार के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है।