चूरू। सांसद राहुल कस्वां द्वारा हाल ही में दिए गए ‘गुंडाराज’ संबंधी बयान पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कड़ा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राहुल कस्वां को अपने बयान पर पश्चाताप करना चाहिए और अपने राजनीतिक अतीत को याद करना चाहिए।
राठौड़ बोले – ‘बरसों तक मेरे साथ बिताया समय याद करें’
राजेंद्र राठौड़ ने कहा, “राहुल कस्वां और उनके पिताजी (पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां) दशकों तक मेरे सहभागी रहे हैं। वे वर्षों तक मेरे साथ रहे हैं, तब उन्हें कोई दिक्कत नहीं थी। आज जब मैं सत्ता में नहीं हूं, तो उन्हें चारों ओर गुंडे दिखने लगे हैं।”
राठौड़ ने इशारों-इशारों में राहुल कस्वां को याद दिलाया कि जब वे सत्ता में थे, तब भी दोनों साथ थे और उस दौरान उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई। उन्होंने कहा, “राहुल को चाहिए कि वे उस समय को याद करें जब हम साथ काम कर रहे थे। सब कुछ खुद ही समझ में आ जाएगा।”
क्या था राहुल कस्वां का बयान?
दरअसल, चूरू सांसद राहुल कस्वां ने हाल ही में अपने एक बयान में कहा था कि जिले में ‘गुंडाराज’ जैसा माहौल बन गया है। उनके इस बयान के बाद भाजपा के भीतर ही हलचल मच गई और कई वरिष्ठ नेताओं ने इस पर प्रतिक्रिया दी।
राजनीतिक गलियारों में गरमाई बहस
राजेंद्र राठौड़ के बयान के बाद चूरू की सियासत गरमा गई है। भाजपा के भीतर ही गुटबाजी के संकेत साफ नजर आने लगे हैं। जहां एक ओर राठौड़ ने कस्वां को नसीहत दी है, वहीं दूसरी ओर यह भी साफ हो गया कि भाजपा के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा।
अब देखना होगा कि राहुल कस्वां इस बयान का क्या जवाब देते हैं और भाजपा नेतृत्व इस पूरे मामले पर क्या रुख अपनाता है।