

राजस्थान में सरपंच चुनावों को लेकर महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आया है। राज्य सरकार ने ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू की है, जिससे 7,463 ग्राम पंचायतों की सीमाओं में बदलाव संभावित है।
इस पुनर्गठन के चलते, जनवरी 2025 में समाप्त हो रहे सरपंचों के कार्यकाल के बाद नए चुनाव तुरंत नहीं होंगे। इसके बजाय, सरकार ने नगर निकायों की तर्ज पर प्रशासकों की नियुक्ति करने की योजना बनाई है, जो पहली बार ग्राम पंचायतों में लागू होगी।
पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि पुनर्गठन प्रक्रिया के बाद ही चुनाव की तिथियों की घोषणा की जाएगी। इससे पहले, जनवरी में कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रशासकों की नियुक्ति की जाएगी।
इस निर्णय से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासनिक कार्यों की निरंतरता बनी रहेगी, जबकि पुनर्गठन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। चुनाव की नई तिथियों की घोषणा पुनर्गठन के बाद की जाएगी, जिससे ग्राम पंचायतों की नई सीमाओं के अनुसार चुनाव संपन्न हो सकें।
इस बीच, राज्य में 291 नगर निकायों और 7,000 ग्राम पंचायतों में चुनाव होने हैं, जिससे आगामी समय में बड़ी सियासी गतिविधियां होने की संभावना है।
इस प्रकार, राजस्थान में सरपंच चुनावों को लेकर पुनर्गठन और प्रशासकों की नियुक्ति के बाद ही चुनाव की तिथियों की घोषणा की जाएगी, जिससे ग्रामीण प्रशासन में सुगमता और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।