कलश लेकर चली महिलाएं, पवित्र जल से छिड़काव; लवाजमे में सजे-धजे रथ-ऊंट..!!
बाड़मेर के चौहटन में 5 दिन का सुंईया मेला चला रहा है। दूसरे दिन शुक्रवार को चौहटन कस्बे में शोभायात्रा निकली। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं-बालिकाएं सिर पर कलश लेकर चलीं साधु-संत भी शामिल रहेशोभायात्रा में सजे-धजे रथ, ऊंटों का लवाजमा रहा। यात्रा शहर के मुख्य मार्गों से निकली। इस दौरान जगह-जगह जेसीबी से फूल बरसाकर स्वागत किया गयाशोभायात्रा से पहले सड़कों पर पवित्र जल से छिड़काव किया गया। डूंगरपुरी महाराज, सूंईया एवं कपालेश्वर महादेव के जयकारे लगे। चौहटन मठ से निकली शोभायात्रा डूंगरपुर मठ से रवाना होकर पुलिस थाना गली, जगदंबा चौक, गायत्री चौक, पुराना बाजार, शहीद भगत सिंह सर्किल, जिला अस्पताल, तहसील परिसर, पंचायत समिति कार्यालय, विरात्रा सर्कल से दोबारा मुख्य बाजार, पीपली चौक, बाखासर बस स्टेशन, कमठा मजदूर यूनियन से होते हुए मेला मैदान हाट बाजार परिसर से गुजरते हुए मठ परिसर पहुंचीरथ में बैठ साधुं संत शोभायात्रा में शामिल हुए। शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा से किया स्वागतशोभायात्रा के साथ-साथ चौहटन शहर में जगह-जगह गंगाजल का छिड़काव किया गया। मेले में मुख्य आकर्षण आदर्श विद्या मंदिर द्वारा सजी धजी पांच झांकियां रही। कस्बे के लोगों ने इस शोभा यात्रा में जगह-जगह पुष्प वर्षा से साधु संतों की इस कलश यात्रा का स्वागत एवं अभिनंदन किया। चौहटन में गुरुवार को ध्वजारोहण के साथ शुरू हुए सूंईंया पोषण मेला 29 तथा 30 दिसंबर को भरा जाएगासुंईया मेले में शनिवार 28 दिसंबर से राजस्थान भर से श्रद्धालु आने लगेंगे। 29 की रात तक श्रद्धालु पहुंचेगे। 30 दिसंबर को सुबह 6 बजे से अमावस्या, सोमवार सहित पंच योग बनने के साथ ही श्रद्धालु स्नान करना शुरू करेंगेगैर नृत्य करते शोभायात्रा में शामिल हुए पुरूष, महिलाएं कलश लेकर साथ चलीमेले को सफल आयोजन के लिए एसडीएम कुसुमलता चौहान ने कमान संभाले हूए है। इस शोभा यात्रा में महंत जगदीश पुरी, लीलसर मठ के महंत मोटनाथ, जिला परिषद से रूपसिंह राठोड़, विरात्रा माता ट्रस्ट के अध्यक्ष भैरूसिंह, ट्रस्टी छतर सिंह राठौड़, हीरालाल धारीवाल, गजे सिंह, ईसाराम दर्जी, रमेश धारीवाल, जेताराम केरनाडा, खेतसिंह लालाराम सियाग साथ में रहें
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