भोमोणी कड़वासरों की ढाणी में ऐतिहासिक होली: रंगों का उत्सव और क्रिकेट का रोमांच

भोमोणी कड़वासरों की ढाणी, 14 मार्च:इस साल भोमोणी कड़वासरों की ढाणी में होली का पर्व ऐतिहासिक रूप से मनाया गया। जहां 13 मार्च की रातभर रंगों की बौछार, ढोल-नगाड़ों की गूंज और खुशियों की धूम रही, वहीं 14 मार्च को क्रिकेट टूर्नामेंट ने माहौल में जोश भर दिया। पूरे गांव ने सौहार्द, भाईचारे और उत्साह से भरपूर यह त्योहार मनाया, जिसमें करीब 200 लोग शामिल हुए। इस होली ने न केवल गांव की परंपराओं को जीवंत किया, बल्कि इसे एक यादगार उत्सव बना दिया।

13 मार्च: सुबह से ही होली का उल्लास

गांव में उत्साह और तैयारियां

13 मार्च की सुबह गांव में होली की तैयारियां जोरों पर थीं। महिलाएं घरों में गुजिया, मालपुए, दही-बड़े और कई पारंपरिक पकवान बना रही थीं। बच्चे सुबह से ही गुलाल और पिचकारियों के साथ खेल में मस्त थे।

गले मिलकर बधाइयों का सिलसिला

गांव में सुबह होते ही होली की शुभकामनाएं देने का सिलसिला शुरू हो गया। लोग एक-दूसरे के घर जाकर गले मिले, रंग लगाया और मिठाई खिलाई।

गांव के चौक पर इकट्ठा हुए सभी लोग

दोपहर होते-होते गांव के लोग मुख्य चौक पर एकत्रित हो गए, जहां ढोल-नगाड़ों के साथ होली का रंगारंग उत्सव शुरू हुआ।

13 मार्च: शाम होते ही शुरू हुआ होली का भव्य आयोजन

ढोल-नगाड़ों और लोकगीतों की धूम

जैसे ही शाम हुई, पूरे गांव में ढोल-नगाड़ों की गूंज सुनाई देने लगी। लोग राजस्थानी लोकगीतों और पारंपरिक गानों पर झूमने लगे।

जैसे ही शाम हुई, पूरे गांव में ढोल-नगाड़ों की गूंज सुनाई देने लगी। लोग राजस्थानी लोकगीतों और पारंपरिक गानों पर झूमने लगे।

इस उत्सव में गांव के कई प्रमुख लोगों ने हिस्सा लिया, जिनमें ठाकरा राम, नानगा राम, जैसाराम, राणा राम, श्रीराम, निम्बाराम, केशा राम, अशोक, भंवरलाल, भंवराराम, प्रकाश सहित गांव के अन्य लोग शामिल रहे।

होली की धूम पूरी रात चली

रातभर गांव में गुलाल उड़ता रहा, ठंडाई की महक फैली रही और ढोल-नगाड़ों के साथ नृत्य चलता रहा

14 मार्च: क्रिकेट टूर्नामेंट ने होली का मज़ा दोगुना कर दिया

गांव के युवाओं का क्रिकेट के प्रति जुनून

होली के अगले दिन 14 मार्च को गांव में क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन हुआ, जिसे देखने के लिए लगभग 200 लोग पहुंचे।

भोमोणी कड़वासरों की ढाणी बनाम पड़ोसी गांव का मुकाबला

क्रिकेट टूर्नामेंट में भोमोणी कड़वासरों की ढाणी की टीम और पड़ोसी गांव की टीम के बीच मुकाबला हुआ।

शानदार प्रदर्शन और यादगार जीत

कड़ी टक्कर के बाद भोमोणी कड़वासरों की ढाणी की टीम ने शानदार जीत दर्ज की, जिससे पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई।

एक यादगार होली, जिसे गांववाले कभी नहीं भूलेंगे!

इस बार की होली क्यों रही खास?

रातभर होली का उत्सव

ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक गीतों की धूम

क्रिकेट टूर्नामेंट में 200 से अधिक लोगों की मौजूदगी

भोमोणी कड़वासरों की ढाणी की ऐतिहासिक जीत

गांव के बुजुर्गों ने क्या कहा?

गांव के वरिष्ठ लोगों ने कहा कि इस बार की होली ने पुराने दिनों की याद ताजा कर दी।

लोगों के चेहरों पर अब भी खुशी की झलक

गांव के लोग अब भी इस होली को गर्व और खुशी के साथ याद कर रहे हैं।

✍️ लेखक: केशाराम

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