
जयपुर, 20 अप्रैल 2025:
राजस्थान की राजनीति में एक बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव संभव है, जो 30 अप्रैल 2025 से पहले किया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार से मंत्रिमंडल फेरबदल की मंजूरी मिल चुकी है और मुख्यमंत्री को मिल गया है फ्री हैंड।
क्या है फेरबदल की वजह?
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य के कुछ मंत्रियों के प्रदर्शन पर असंतोष जताया है। ऐसे में पार्टी संगठन मंत्रिमंडल में बदलाव कर सरकार की छवि सुधारने और आगामी चुनावों के लिए मजबूत आधार बनाने की कोशिश में है।
किन मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी?करीब आधा दर्जन मंत्रियों को हटाए जाने की संभावना है। उन्हें संगठन में नई जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं, कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जाएंगे।
नए चेहरों को मिल सकता है मौका
इन विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना जताई जा रही है:
पुष्पेन्द्र सिंह (बाली विधायक)– पहली बार मंत्री बन सकते हैं
शत्रुघ्न गौतम (केकड़ी विधायक) – पहली बार मंत्री बन सकते हैं
श्रीकृष्ण कूपलालिया (निवाई विधायक) – संगठन और क्षेत्रीय संतुलन के लिहाज से नाम चर्चा में
पब्बाराम (फलोदी विधायक) – ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्र का प्रतिनिधित्व मिल सकता है
क्या रहेंगे डॉ. किरोड़ी लाल मीणा मंत्री?
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा मंत्रिमंडल में बने रहेंगे, लेकिन उनके विभाग में बदलाव हो सकता है। उनकी कार्यशैली पर मिली-जुली प्रतिक्रिया रही है।
सचिव स्तर पर भी होगा फेरबदल
इसके साथ ही कई प्रमुख सचिवों और अतिरिक्त सचिवों की नियुक्तियां भी हो सकती हैं। इससे प्रशासनिक ढांचे को भी मजबूती मिलने की उम्मीद है।
दिल्ली दौरे के बाद होगी घोषणा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस सप्ताह एक बार फिर दिल्ली जा सकते हैं। वहां पार्टी आलाकमान के साथ अंतिम चर्चा के बाद मंत्रिमंडल फेरबदल की घोषणा की जाएगी।
निष्कर्ष:
राजस्थान की राजनीति में यह फेरबदल एक बड़ा सियासी घटनाक्रम हो सकता है। इससे न सिर्फ सरकार को नया जोश मिलेगा बल्कि 2028 विधानसभा चुनावों की रणनीति की नींव भी मजबूत होगी।