राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के धरियावद तहसील के रामेर तालाब गांव में रहने वाली 12 वर्षीय सुशीला मीणा इस समय पूरे देश में चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। सरकारी स्कूल की यूनिफॉर्म में गेंदबाजी करती सुशीला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसे क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने भी सराहा। इस वीडियो ने सुशीला की अद्वितीय प्रतिभा को सबके सामने ला दिया है।
सचिन तेंदुलकर और जहीर खान की तारीफ
20 दिसंबर को सचिन तेंदुलकर ने सुशीला का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, “सहज, सरल और देखने में बहुत प्यारा। सुशीला मीणा की गेंदबाजी में जहीर खान की झलक दिखती है।” उन्होंने यह वीडियो पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान को टैग करते हुए पूछा कि क्या उन्होंने इसे देखा।
जहीर खान ने जवाब दिया, “आप बिल्कुल सही कह रहे हैं। उसका एक्शन बेहद सहज और प्रभावशाली है। वह वाकई आशाजनक खिलाड़ी है।”
यह तारीफ किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी बात है और सुशीला के लिए यह एक ऐसा पल था, जिसने उनकी मेहनत को देशभर में पहचान दिलाई।
डिप्टी सीएम दीया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का समर्थन
सचिन के पोस्ट के बाद राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने सुशीला से वीडियो कॉल पर बात की और उनकी प्रशंसा की। उन्होंने सुशीला को जयपुर बुलाकर मिलने का निमंत्रण दिया और आश्वासन दिया कि उनके गांव के खेल मैदान को बेहतर बनाया जाएगा।
खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी सुशीला की गेंदबाजी की तारीफ करते हुए कहा, “आपकी मेहनत और प्रतिभा देखकर गर्व हुआ। हम खिलाड़ियों के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने और उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
सुशीला का सफर: एक साधारण लड़की की असाधारण कहानी
सुशीला प्रतापगढ़ जिले के रामेर तालाब गांव में रहती हैं। उनके माता-पिता मजदूरी और खेती करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं। बांस की झोपड़ी में रहने वाली यह 5वीं कक्षा की छात्रा तीन साल से क्रिकेट प्रैक्टिस कर रही हैं।
शुरुआत में सुशीला ने दीवार या पत्थरों को निशाना बनाकर गेंदबाजी करना सीखा। टीवी पर क्रिकेट देखते हुए उन्होंने गेंदबाजी की तकनीक को समझने की कोशिश की। धीरे-धीरे उनके खेल में निखार आया और स्कूल के शिक्षकों ने उन्हें क्रिकेट सामग्री उपलब्ध करवाई।
सुशीला हर रोज पढ़ाई के साथ दो घंटे क्रिकेट प्रैक्टिस करती हैं। उनकी मेहनत और जुनून ने उन्हें आज इस मुकाम तक पहुंचाया है।
कोच की राय और सुशीला की उम्मीदें
सुशीला के कोच ईश्वरलाल मीणा का कहना है कि सही ट्रेनिंग मिलने पर सुशीला और बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं। उनके मुताबिक, सुशीला में राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान का नाम रोशन करने की क्षमता है।
सुशीला ने अपनी बात रखते हुए कहा, “अगर सरकार मौका देगी तो मैं आगे बढ़कर देश और अपने माता-पिता का नाम रोशन करूंगी।”
देशभर से शुभकामनाएं
सुशीला का यह सफर उनके गांव से शुरू होकर अब राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता पाने तक पहुंच चुका है। यह दिखाता है कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती। सही दिशा और समर्थन मिलने पर वह अपनी चमक से पूरी दुनिया को रोशन कर सकती है।
सचिन, जहीर और दीया कुमारी जैसे बड़े नामों के समर्थन से सुशीला के क्रिकेट करियर को नई ऊंचाईयां मिल सकती हैं। अब देखना यह है कि आने वाले समय में यह युवा खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट का नया सितारा बनती हैं या नहीं।
प्रेरणा का स्रोत
सुशीला की कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखने का साहस रखते हैं। उनके संघर्ष और सफलता की यह यात्रा न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है।