School Holidays: पंजाब के मानसा जिले में 18 जनवरी 2025 को स्कूली विद्यार्थियों के लिए एक दिवसीय अवकाश घोषित किया गया है. जिला मजिस्ट्रेट कुलवंत सिंह ने यह निर्णय जवाहर नवोदय विद्यालय की 6वीं कक्षा के प्रवेश परीक्षा के चलते लिया है. परीक्षा का समय सुबह 11:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक निर्धारित किया गया है. इस अवकाश का उद्देश्य छात्रों को परीक्षा देने में किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाना है.
नैगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के तहत आदेश
जिला मजिस्ट्रेट ने नैगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 की धारा-25 के तहत प्राप्त शक्तियों का उपयोग करते हुए यह अवकाश (holiday under negotiable instruments act) घोषित किया है. हालांकि, यह अवकाश केवल विद्यार्थियों के लिए होगा, जबकि स्कूलों का समस्त स्टाफ यथावत स्कूल में उपस्थित रहेगा.
इन स्कूलों में होगी परीक्षा
जवाहर नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा निम्नलिखित स्कूलों में आयोजित की जाएगी:
सरकारी सैकेंडरी स्कूल (लड़कियां), बुढलाडा
सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल (लड़के), बुढलाडा
सरकारी सैकेंडरी स्कूल (लड़के), बरेटा
सरकारी सैकेंडरी स्कूल (लड़कियां), बरेटा
सरकारी सैकेंडरी स्कूल, झुनीर
सरकारी सैकेंडरी स्कूल, भम्मे कलां
सरकारी स्कूल (लड़कियां), सरदूलगढ़
सरकारी रिज़ॉर्ट स्कूल (लड़कियां),
अकम्प्लिश्ड रिज़ॉर्ट स्कूल (लड़कियां), मानसा
सरकारी रिज़ॉर्ट स्कूल (लड़कियां), मानसा
इन स्कूलों में 18 जनवरी को केवल विद्यार्थियों के लिए छुट्टी (students’ holiday for exam) रहेगी, जिससे परीक्षा शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से आयोजित हो सके.
परीक्षा के लिए विशेष व्यवस्था
परीक्षा को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए संबंधित स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे छात्रों के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें. परीक्षा के समय किसी भी प्रकार की व्यवधान उत्पन्न न हो, इसके लिए स्कूल प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.
स्टाफ की उपस्थिति अनिवार्य
अवकाश केवल विद्यार्थियों के लिए है, लेकिन स्कूलों के शिक्षक और अन्य स्टाफ सामान्य दिनों की तरह अपनी ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे. यह सुनिश्चित किया गया है कि परीक्षा की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की समस्या न हो.
अवकाश का उद्देश्य और प्रभाव
जिला प्रशासन द्वारा घोषित यह अवकाश परीक्षा में बैठने वाले छात्रों को ध्यान केंद्रित करने और बिना किसी व्यवधान के परीक्षा देने का अवसर प्रदान करेगा. इससे परीक्षा का संचालन भी व्यवस्थित और प्रभावी ढंग से हो सकेगा.
जिला प्रशासन की पहल का सराहनीय कदम
मानसा जिले के जिला मजिस्ट्रेट कुलवंत सिंह द्वारा लिया गया यह निर्णय प्रशासन की संवेदनशीलता को दर्शाता है. शिक्षा से जुड़े इस प्रकार के फैसले छात्रों की पढ़ाई और उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए जरूरी हैं.