लगातार 3 दिन की छुट्टी सभी स्कूलों, सरकारी और निजी स्कूलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई

Public Holidays: उत्तराखंड के नगर निकाय चुनाव के चलते हल्द्वानी शहर के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में दो दिन की छुट्टी घोषित की गई है. मुख्य शिक्षा अधिकारी ने आज इस आदेश को जारी किया. हल्द्वानी में प्रशासन ने बसों और टैक्सियों को चुनावी कार्य के लिए अधिग्रहित कर लिया है, जिससे स्कूलों के संचालन में समस्या हो सकती थी. इसी को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया

23 जनवरी

23 जनवरी को पूरे उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव के चलते सार्वजनिक अवकाश (public holiday due to elections) रहेगा. स्कूलों के अलावा सभी सरकारी और निजी कार्यालय भी बंद रहेंगे. चुनाव के मद्देनजर यह कदम मतदान प्रक्रिया को सुगम बनाने और शांति बनाए रखने के लिए उठाया गया है.

नगर निकाय चुनाव के प्रचार का समापन

उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव (स्थानीय निकाय चुनाव अभियान) का प्रचार आज शाम पांच बजे समाप्त हो गया। इसके साथ ही रॉकेट ने अपने पक्ष में मोनार्ट बनाने का अंतिम प्रयास किया। पुलिस प्रशासन ने राज्य भर में सुरक्षा व्यवस्था क्रम को बढ़ावा देने के बाद इसे बढ़ावा दिया है।

भारत-नेपाल सीमा सील

भारत-नेपाल सीमा (इंडो-नेपाल सीमा सील) में स्थित पठारी जिले में भी नगर निकाय चुनाव का कार्य सील कर दिया गया है। राज्य में माल गोदाम अभियान तेजी से किया गया है ताकि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की नौकरी न हो। रेज़्यूमे में अतिरिक्त सुरक्षा आर्किटेक्चर की व्यवस्था की गई है।

क्रियात्मक में इलेक्ट्रॉनिक की समस्या

बैसाखी शहर में नामांकन अधिग्रहण (चुनाव के लिए वाहन की मांग) के कारण मोटरसाइकिल और टैक्सियों की कमी हो गई है। प्रशासन ने यह कदम उठाया है। हालाँकि, इसका सीधा प्रभाव आम जनता और स्कलों पर पड़ा है, जिसमें दो दिन की छुट्टी की घोषणा की गई है।

वोटिंग का अंतिम भाग

राज्य के सभी मतदान प्राधिकरण (उत्तराखंड में मतदान केंद्र) पर व्यवस्थाएं पूरी तरह से शुरू कर दी गई हैं। पुलिस बल के लिए वोटिंग प्रक्रिया को अल्कोहल और इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही, बूथों पर ब्लूटूथ कैमरे और अन्य उपाय सुरक्षा सुनिश्चित किए गए हैं।

प्र.

प्रचार ख़त्म होने की संभावना है फिर भी गुप्त रूप से प्रचार (मूक चुनाव प्रचार) जारी रहने की संभावना है। पुलिस प्रशासन ने इस तरह के किसी भी गुप्त प्रचार पर रोक लगाने के लिए निगरानी बढ़ा दी है। सभी छात्रावासों में नामांकन तेजी से किया जा रहा है और छात्रवृत्ति पर नजर रखी जा रही है।

स्कूल बंदी का असर

नोटबंदी (चुनाव के कारण स्कूल बंद होना) से छात्रों और कलाकारों को दो दिन तक नोटबंदी का सामना करना पड़ सकता है। हालाँकि, प्रशासन ने छात्रों की सुरक्षा और व्यवस्था पर ध्यान देते हुए यह कदम उठाया है।

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