नकली घी के गोरखधंधा के साथ साचौर पुलिस ने 4 आरोपी किये गिरफ्तार। करीब 1080 लीटर नकली घी की बरामदगी के,साथ

जालोर में नकली घी बनाने की फैक्ट्री पकड़ी:1080 लीटर के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार; ट्रोले में भरकर बाड़मेर भेजने की थी तैयारी..!!

सांचौर

जालोर में फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट और सांचौर पुलिस ने नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा। हाड़ेचा रोड स्थित सिद्धेश्वर में चल रही मोमाई मिल्क डेयरी में छापेमारी के दौरान पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।

फैक्ट्री से 72 टिन नकली घी, 73 टिन वनस्पति घी और सोयाबीन तेल के साथ 35 नकली एगमार्क लेबल बरामद किए गए हैं। इसके अलावा पैकिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली डाई और एसेंस केमिकल भी जब्त किए गए हैं।

जालोर एसपी ज्ञानचंद ने बताया- प्रतिष्ठित ब्रांड्स के नाम पर नकली घी तैयार किया जा रहा है। इसकी सूचना पर एसआई अमृतलाल और फूड इंस्पेक्टर विनोद कुमार परमार के नेतृत्व में गुरुवार (6 जनवरी) देर रात छापेमारी की कार्रवाई की गई। इस दौरान पुलिस ने मास्टरमांइड समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।

डायरी और लैपटॉप बरामद
एसपी ने बताया-आरोपियों से लाखों रुपए के हिसाब की डायरी और लैपटॉप बरामद किया है। इनकी जांच की जाएगी कि यह सरस डेयरी के लेबल और टीन कहां से मंगवाते थे। इसके अलावा पुलिस यह एंगल भी खोज रही है कि नकली घी बेच कर आरोपियों ने कितनी संपति एकत्रित की है।

एसपी ने बताया-आरोपी इस फैक्ट्री में गौरव ब्रांड का घी तैयार करके बेच रहे थे, लेकिन आरोपियों ने गौरव ब्रांड की आड में नकली सरस घी बनाकर बेचना शुरू कर दिया।

सामाजिक कार्यक्रमों में बेचते थे
आरोपी सरस नकली घी बनाने के बाद सांचौर बाजार की दुकानों पर सस्ती दरों में बेचने के अलावा क्षेत्र में बड़े सामाजिक कार्यक्रमों में घी को खपाते थे। पुलिस की सूत्रों के अनुसार गुजरात, सांचौर, रानीवाड़ा, भीनमाल, बागोड़ा, बाड़मेर के सेड़वा, धोरीमन्ना, गुड़ामालानी सहित आसपास क्षेत्र में धार्मिक बड़े प्रोग्रामों में यह नकली घी बेचा था।

पुलिस ने फैक्ट्री से नकली घी बनाने का सामान जब्त किया है।

बाड़मेर सप्लाई करने की थी तैयारी
पुलिस की छापेमारी के समय फैक्ट्री में एक ट्रोला खड़ा मिला। जिसमें नकली घी के टिन लोड किए जा रहे थे। जिन्हें बाड़मेर सप्लाई किया जाना था। छापे में सरस, अमूल समेत करीब 10 कंपनियों के नाम से घी और कच्चा माल बरामद किया।

8 महीने पहले शुरू की थी फैक्ट्री
मुख्य आरोपी प्रतापाराम ने पुलिस पूछताछ में बताया-यह फैक्ट्री किराए पर आठ माह पहले ली थी। उसके बाद फैक्ट्री में नकली घी बनाने का काम शुरू किया है। वह दूध की क्रीम को गर्म करके उसमें 35 प्रतिशत वनस्पति घी, 35 प्रतिशत तेल और 30 प्रतिशत क्रीम मिलाकर उसमें एसेंस डालकर नकली घी तैयार करता था। यह घी सरस ब्रांड के नाम पर बाजार में बेचा जाता था। इसके लिए नकली लेबल और डिब्बे भी फैक्ट्री में ही तैयार किए जाते थे।

1000 लीटर से ज्यादा नकली घी बरामद
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने करीबन 1080 लीटर नकली घी के साथ नकली घी बनाने का सामान जब्त किया है। इस दौरान चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें प्रतापाराम निवासी बालेरा, मनोज निवासी माखूपुरा, भारमल निवासी चितलवाना और चंपालाल निवासी सांचौर शामिल है।

पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

ये सामान किया बरामद
दबिश में गत्ते के कार्टूनों में लोहे के टिन, जिन पर सरस घी का एगमार्क और अन्य जानकारी लिखीं थी, मगर उत्पादन तिथि और वैधता अंकित नहीं थी। वहां वनस्पति घी, सोयाबीन तेल और एसेंस केमिकल भी मिला। इसके अलावा पुलिस को 73 टीन वनस्पति घी और सोयाबीन तेल, 35 नकली एगमार्क लेबल, पैकिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली डाई और एसेंस केमिकल बरामद किया। वहीं खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद कुमार ने मौके पर घी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है।

नकली घी इस्तेमाल करने से इन 7 बीमारियों का है खतरा

हार्ट की बीमारी
हाई बीपी
लिवर खराब
गर्भपात का खतरा
दिमाग में सूजन
पेट खराब, अपच और एसिडिटी
कोलेस्ट्रॉल बढ़ना

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