
अजमेर| 5 जनवरी: हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर हाजिरी देने के लिए पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था कल अजमेर पहुंचेगा। इन जायरीनों को ठहराने के लिए स्थानीय प्रशासन ने चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में विशेष बंदोबस्त किए हैं। हर साल ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के मौके पर बड़ी संख्या में पाकिस्तानी जायरीन अजमेर आते हैं, लेकिन इस बार पिछले साल के मुकाबले जायरीनों की संख्या में कमी देखी जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी जत्था आज पंजाब के अटारी बॉर्डर से भारत में प्रवेश करेगा। इसके बाद ये जत्था रेल मार्ग के माध्यम से अजमेर पहुंचेगा। यहां पहुंचने के बाद जायरीन ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर हाजिरी देंगे और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेंगे। प्रशासन ने जायरीनों के ठहरने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल को उनके ठहराव के लिए चुना गया है। साथ ही, स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात रहेंगी। पाकिस्तानी जायरीनों का यह जत्था 10 जनवरी को अजमेर से दिल्ली के लिए रवाना होगा और उसके बाद वापस पाकिस्तान लौट जाएगा। जायरीनों की सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से की जा रही हैं। दरगाह के मुतवल्ली ने बताया कि ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के मौके पर हर साल हजारों जायरीन देश-विदेश से अजमेर आते हैं, जिससे यहां धार्मिक सद्भावना और आपसी भाईचारे का संदेश प्रसारित होता है। इस बार पाकिस्तान से आए जायरीनों का भी पूरे सम्मान के साथ स्वागत किया जाएगा।