
पवन के परिवार में उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं, जिनमें से बड़ा बेटा 2 साल का है और छोटे बेटे का जन्म मात्र 20 दिन पहले ही हुआ था। पवन कुछ दिन पहले ही घर से जयपुर लौटा था और वह जयपुर में जगतपुरा में 7 नंबर बस स्टैंड के पास किराए के मकान में रह रहा था।
पवन यूएई से लौटने के डेढ़ साल से जयपुर में रहकर टैक्सी चला रहा था। वह अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा था, लेकिन दुर्भाग्य से उसकी मौत हो गई।

पवन की मौत के बाद उसके परिवार में मातम पसरा है। उसकी पत्नी और बच्चों को अब अपने भविष्य की चिंता सता रही है।
पवन की मौत के बाद उसके परिवार को सरकारी सहायता और समर्थन की आवश्यकता है। राजस्थान सरकार ने पवन के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है।
इसके अलावा, पुलिस विभाग ने भी पवन के परिवार को सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने कहा है कि पवन के परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
पवन की मौत के बाद उसके परिवार को सहायता प्रदान करने के लिए कई सामाजिक संगठनों और एनजीओ ने भी आगे आने की घोषणा की है।
पवन के परिवार को सहायता प्रदान करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है, जिसमें स्थानीय विधायक, पुलिस अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं।
पवन के परिवार को सहायता प्रदान करने के लिए एक फंड भी स्थापित किया गया है, जिसमें लोग अपना योगदान दे सकते हैं।
पवन की मौत के बाद उसके परिवार को सहायता प्रदान करने के लिए कई लोग आगे आए हैं, जो उनके परिवार को सहायता प्रदान करने में मदद कर रहे हैं।