एक्शन मोड में BCCI, हार के बाद सख्त फैसले लेने को बिल्कुल तैयार है बोर्ड; सामने आया अपडेट

भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट मैच 295 रनों से जीता था, लेकिन इसके बाद टीम इंडिया जीत की पटरी से उतर गई और उसे सीरीज में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। सीरीज हारने के बाद बीसीसीआई ने रिव्यू मीटिंग की, जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में 1-3 गंवानी पड़ी। भारत के लिए गेंदबाज और बल्लेबाज बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए। सिर्फ जसप्रीत बुमराह ही अपनी बॉलिंग से प्रभावित करने में सफल रहे थे। अब ऑस्ट्रेलिया से हार के निराशाजनक दौरे के बाद बीसीसीआई कई कड़े फैसले लेने पर विचार कर रहा है, जिसमें विदेशी दौरों में क्रिकेटर्स की पत्नियों की उपस्थिति कम करना। कोच और प्लेयर्स के पर्सनल मैनेजर्स को टीम बस में सफर करने से रोकना शामिल है। 

विदेशी दौरे पर खिलाड़ियों को टीम बस का ही करना होगा उपयोग

अगर बीसीसीआई यह फैसला करता है तो 45 दिन या उससे अधिक दिनों के दौरे पर खिलाड़ी अपनी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों को केवल दो हफ्ते तक ही अपने साथ रख पाएंगे। अगर दौरा 45 दिन से कम समय का है तो यह समय एक हफ्ता हो सकता है। इसके अलावा खिलाड़ी विदेशी दौरे के दौरान किसी अन्य वाहन में सफर नहीं कर सकते हैं और उन्हें टीम बस का ही यूज करना होगा। अधिकतर खिलाड़ी इस नियम का पालन करते हैं लेकिन कुछ अवसरों पर खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ के सदस्य अन्य वाहन का उपयोग कर लेते हैं। 

रिव्यू मीटिंग में अहम मुद्दों पर हुई थी चर्चा

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने रिव्यू मीटिंग बुलाई थी, जिसमें इन मुद्दों पर चर्चा की गई थी, लेकिन इनमें से किसी भी फैसले को तुरंत लागू नहीं किया गया है। खिलाड़ियों और कोच के मैनेजर्स का टीम बस में सफर करने का मुद्दा तब सामने आया जब ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान कोचिंग स्टाफ के एक सीनियर सदस्य के मैनेजर को टीम बस में सफर करने की अनुमति दी गई।

BCCI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि निजी मैनेजर के टीम बस में यात्रा करने से एंटी करप्शन यूनिट के सदस्यों के कान भी खड़े हो जाते हैं। इस पर भविष्य में लगाम कसी जाएगी। जहां तक विदेशी दौरों में पत्नियों की उपस्थिति की बात है तो बैठक में इस पर चर्चा की गई और इस बारे में जल्द ही फैसला किया जाएगा। इसके अलावा सभी खिलाड़ियों और कोचों को टीम बस से ही सफर करना चाहिए। हमेशा ऐसा होता रहा है लेकिन पिछले कुछ समय से देखने को मिल रहा है कि खिलाड़ी अन्य वाहनों का भी उपयोग करने लगे हैं। 

सामान का वजन 150 किग्रा से अधिक होने पर प्लेयर को करना होगा भुगतान

ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान एक रिजर्व खिलाड़ी की पत्नी ने अपने यूट्यूब चैनल के लिए वीडियो बनाया था जिसमें टीम से जुड़े पर्दे के पीछे के सीन भी दिखाए गए हैं और टीम बस में सफर के दृश्य भी शामिल हैं। सूत्र ने बताया कि एक अन्य नियम जिसे लागू किया जा सकता है वह सफर के दौरान खिलाड़ियों के सामान से जुड़ा हुआ है। अगर किसी खिलाड़ी के सामान का वजन 150 किग्रा से अधिक होता है तो बीसीसीआई उस अतिरिक्त वजन का भुगतान नहीं करेगा। खिलाड़ी को इसका भुगतान स्वयं करना होगा। 

 

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