

रंगे हाथ पकड़ा गया तो बिगड़ी तबीयत – किसान से 5% कमीशन मांग रहा था
➡ 4 लाख के लोन पर 5% कमीशन!
जोधपुर के बापिणी तहसील के रायमलवाड़ा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में एक बड़ा खुलासा हुआ है। शाखा प्रबंधक विवेक कच्छवाहा ने किसान से 4 लाख के लोन पर 5% कमीशन (20,000 रुपये) मांगा था। जब 15,000 रुपये की पहली किस्त रिश्वत के रूप में ली, तो CBI की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया!
➡ CBI का ट्रैप और बैंक में हड़कंप
15 फरवरी को ढलाराम मेघवाल नामक किसान ने CBI में शिकायत दर्ज कराई थी कि मैनेजर लोन पास करने के बदले रिश्वत मांग रहा है। CBI ने शिकायत की पुष्टि के बाद सोमवार सुबह से ही बैंक के बाहर जाल बिछा दिया।
🔹 दोपहर 2 बजे: जैसे ही मैनेजर ने 15,000 रुपये रिश्वत के रूप में लिए, CBI टीम ने उसे पकड़ लिया!
🔹 गिरफ्तारी के तुरंत बाद: मैनेजर की तबीयत बिगड़ गई, उसे हॉस्पिटल ले जाना पड़ा। इलाज के बाद उसे फिर बैंक लाया गया और जांच शुरू हुई।
➡ रिश्वत की शुरुआत – किसान को कैसे बनाया शिकार?
✔ लोन के लिए पहला संपर्क: किसान ढलाराम को खेती के लिए 4 लाख रुपये की जरूरत थी। वह 6 जनवरी को अपने भाई खुशालाराम के साथ बैंक ऑफ बड़ौदा गया।
✔ मैनेजर की पहली चाल: मैनेजर ने सभी दस्तावेज ले लिए और 7 जनवरी को खुद ढलाराम के खेत पर पहुंच गया।
✔ विजिट के लिए 2500 रुपये वसूले!
✔ फिर मांगे पूरे 20,000 रुपये!
“तुम्हारा लोन तो पास कर दूंगा, लेकिन 5% कमीशन तो देना ही पड़ेगा!”
✔ गरीबी का हवाला देने पर भी मैनेजर नहीं माना।
➡ मजबूरी में रिश्वत देने को तैयार हुआ किसान
📌 13 फरवरी: जब लोन नहीं मिला, तो ढलाराम फिर बैंक पहुंचा।
📌 मैनेजर ने फिर कमीशन की बात दोहराई।
📌 किसान मजबूर हुआ और 5% कमीशन देने की सहमति दी।
📌 मैनेजर ने फाइल साइन करवाई और 2 दिन में लोन आने की बात कही।
लेकिन मैनेजर का लालच यहीं खत्म नहीं हुआ!
📌 15 फरवरी: मैनेजर ने फिर किसान को फोन किया –
“जब तक पैसे नहीं दोगे, लोन खाते में नहीं आएगा!”
➡ CBI का एक्शन – रंगे हाथ पकड़ा गया!
💼 CBI ने तुरंत योजना बनाई और ट्रैप लगाया।
💰 किसान 15,000 रुपये लेकर बैंक पहुंचा।
👀 CBI टीम बैंक के बाहर तैयार थी।
👮♂️ जैसे ही किसान ने रुपये सौंपे, CBI टीम ने मैनेजर को रंगे हाथ पकड़ लिया!
👉 गिरफ्तारी होते ही मैनेजर की तबीयत बिगड़ गई – सीने में दर्द की शिकायत करने लगा!
👉 फौरन अस्पताल ले जाया गया, फिर बैंक लाकर पूछताछ की गई।
➡ रिश्वतखोरी का नया मामला, बैंकिंग सेक्टर पर सवाल!
🚨 यह घटना बैंकिंग सिस्टम में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करती है। किसानों से सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाले लाभ को भी लूटा जा रहा है।
💡 क्या होगा आगे?
📌 CBI अब मैनेजर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकती है।
📌 अन्य घोटालों की भी जांच संभव।
📌 बैंक अधिकारियों की भूमिका की जांच होगी।
➡ CBI की सख्त कार्रवाई जरूरी!
यह घटना साफ दिखाती है कि किसानों को उनके हक का पैसा भी घूसखोरी के बिना नहीं मिल पा रहा।
CBI की यह कार्रवाई ऐसे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त संदेश है – रिश्वत लेने वालों का अंत निश्चित है!