बाड़मेर के ढूंढा के जाबांज कूम्पसिंह राठौड़ का देश के लिए दो बेटों का बलिदान

बाड़मेर | ये वे जाँबाज पिता है जिन्होंने अपने दो बेटों को देश सेवा के लिए समर्पित कर दिया। इनके पुत्र मालसिंह ने सेना में ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त किया वही इनके दूसरे बेटे उगमसिंह 17 ग्रेनेडियर में पदस्थापित थे जो ऑपरेशन राइनो में 31 जुलाई 2000 को आसाम मे उग्रवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। इस पिता ने महज 6 महीने के अंतराल में अपने दो बेटों के शव तिरंगे में लिपटे देखे है और बड़ी हिम्मत से उन्हें कंधा दिया है। सफेद साफे और वैसी ही दाड़ी वाला यह हाड़मांस का शरीर अपने अंदर कितना दर्द और कितना गर्व भरे हुए हैं उसकी कल्पना भी नही की जा सकती और ना ही उसे शब्दों में बयान किया जा सकता है। ऐसे जाँबाज पिता को हम सैल्यूट करते हैं।जय हिन्द।

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