द रोहिड़ी फेस्ट; शिव उपखंड मुख्यालय पर स्थित ध्यानचंद स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित बाड़मेर देर रात चला कार्यक्रमरोहिड़ी म्यूजिक फेस्टिवल का शिव मुख्यालय पर आयोजन हुआ। शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी की ओर से बाड़मेर के लोक संगीत व कला को प्रोत्साहित करने के लिए रोहिड़ी के धोरों पर म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन करवाना था, जिसके लिए परमिशन मिलने के बाद एनवक्त पर प्रशासन ने अनुमति को रद्द कर दी। इसके बाद विधायक भाटी ने कार्यक्रम को रद्द करने की बजाय स्थान बदलकर शिव मुख्यालय पर कर दिया। रविवार दोपहर 3 बजे से लेकर रात 10 बजे तक शिव मुख्यालय पर लोक, कला और संगीत का संगम देखने को मिला।कार्यक्रम में बाड़मेर सहित आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इस दौरान ख्याला मठ से महंत गोरखनाथ महाराज, नागड़दा मठ से महंत गणेश नाथ सहित कई संत शामिल हुए। मेजर ध्यानचंद स्टेडियम शिव में रोहिड़ी फेस्ट कार्यक्रम की शुरुआत विरासत लोक संस्थान के नन्हें कलाकारों ने वाद्य यंत्रों के साथ की। इसके बाद उगमदान चारण ने गणेश वंदना की। इसके बाद ढोल वादन ग्रुप के जोगा खां विशाला की ओर से लोक संगीत की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद मंजूर खां, भीख, मुलतान खां ने जांगड़ा शैली गीत, हुकम खां निंबला, व दरिया अक्ला की ओर घणी-घणी खम्मा की प्रस्तुति दी।इसके अलावा गज्जी खां, जसू खां, अशोक खां, सकर खां, ने खड़ताल वादन की प्रस्तुति दी। दायम खा ने मीठुड़ा मेहमान, महेशाराम मेघवाल ने कबीर भजन, केलम दरिया ने बाबा रामदेव भजन, छोटू खां झिंझनियाली ने झिरमिर बरसे मेघ के लोग गीत की प्रस्तुति दी। इसके अलावा लोक कलाकार फकीरा खां, शकूर खां, कुटला खां, कचरा खां, बीजल खां मेहर, गोपाल खां, मागंू खां, भुटा खां, सरताज खां ने लोक संगीत की प्रस्तुति दी।इनमें कई कलाकार देश-दुनिया में लोक संगीत के कार्यक्रम करते है। लोक कलाकारों की ओर से कड़ाके की ठंड के बावजूद रात 10 बजे तक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में 500 लोक कलाकार शामिल हुए। ठंड के बावजूद भी श्रोताओं की भीड़ जमी रही। रंग-बिरंगी रोशनी से पूरा शिव लोक संगीत मय हुआ नजर आया। विधायक रविंद्रसिंह भाटी ने कहा कि बाड़मेर के लोक और संगीत को देश-विदेश में पहचान दिलाने का यह एक प्रयास था।
