सेब का सिरका नेचर में एसिडिक होता है और बेकिंग सोडा खुरदरा पदार्थ होता है। यह दोनों दांतों की बाहरी परत को डैमेज कर सकते हैं, जिससे आपको दांत दर्द, सेंस्टिविटी का सामना करना पड़ सकता है।
दांतों में पीलापन या कालापन न सिर्फ खराब मौखिक स्वास्थ्य की निशानी है बल्कि यह समस्या आपके लिए शर्मिंदगी का कारण बन सकती है। कई बार पीले दांतों को सफेद करने के लिए लोग कोई भी उपाय अजामाने के लिए तैयार हो जाते हैं, भले ही उसके नुकसान क्यों न हों। बहुत से एक्सपर्ट दांतों को चमकाने के लिए बेकिंग सोडा या फिर दांतों को सफेद करने के लिए सेब का सिरका जैसे उपायों को इस्तेमाल करने की सलाह देता हैं।

अपोलो हॉस्पिटल में डेंटिस्ट सोनिया भट्ट ने बताया कि दांतों को चमकाने के बहुत से नुस्खे गूगल पर मिल जाते हैं और चिंता की बात यह है कि लोग आंख बंद करके ऐसे उपायों को आजमाते भी हैं। दांतों को सफेद बनाने के लिए सेब का सिरका या फिर बेकिंग सोडा जैसी चीजों का इस्तेमाल आपको लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकता है। डॉक्टर ने बताया है कि आप नेचुरल तरीके से दांतों की सफाई कैसे कर सकते हैं।

सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि दांतों के पीलापन का क्या वजह हैं। दरअसल खान-पान की आदतें जैसे चाय, कॉफी, सोडा और रेड वाइन जैसे पेय पदार्थ, अधिक मिठाई और चीनी का सेवन, सही तरीके से ब्रश न करना, फ्लॉसिंग न करना, धूम्रपान और तंबाकू का सेवन आदि की वजह से दांत पीले हो जाते हैं। सही तरह सफाई नहीं करने से दांतों पर प्लैक जमता रहता है और वो जड़ों में घुसकर टार्टर का रूप ले लेता है।

दांतों का पीलापन सिर्फ देखने में खराब नहीं लगता, बल्कि यह कई तरह की समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। यदि इसे नजरअंदाज किया जाए, तो आगे चलकर यह दांतों और मसूड़ों से जुड़ी कई गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है। इससे मुंह की बदबू, दांतों में सड़न और कैविटी का खतरा, मसूड़ों की बीमारी, दांतों की कमजोरी और टूटने का खतरा, पाचन तंत्र पर असर और दांतों का गिरना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।