धोरीमना में पहली बार भगवान शिव के जीवन से जुड़ी विभिन्न घटनाओं को झांकी के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। रघुकुल विद्या मंदिर, धोरीमना द्वारा महाशिवरात्रि झांकी दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से एक ऐतिहासिक पहल होगी।

यह विशेष कार्यक्रम 26 फरवरी 2025 को रात्रि 7:00 बजे से 9:00 बजे तक रघुकुल विद्या मंदिर, धोरीमना (गायत्री मंदिर के सामने) के परिसर में आयोजित किया जाएगा।

आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं और नगरवासियों से कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की है, जिससे यह आयोजन सफल और यादगार बन सके।झांकी में होंगे भगवान शिव के दिव्य स्वरूप के दर्शन इस भव्य झांकी में भगवान शिव के विभिन्न रूपों और उनके जीवन की प्रमुख घटनाओं का सुंदर चित्रण किया जाएगा।
झांकी के माध्यम से शिवजी की पौराणिक कथाओं, उनके तप, उनके आशीर्वाद और उनके भक्तों के साथ उनके अनूठे संबंधों को दिखाया जाएगा।
इस झांकी दर्शन से भक्तों को भगवान शिव की महिमा को करीब से अनुभव करने का अवसर मिलेगा।
विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन और आध्यात्मिक शिक्षा का उद्देश्य
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को शिवजी के आदर्शों और शिक्षाओं से प्रेरित करना है। भगवान शिव का जीवन त्याग, तपस्या, भक्ति और कल्याणकारी दृष्टिकोण का प्रतीक है। विद्यार्थियों को शिवजी के आदर्शों को अपनाने और जीवन में सादगी, संयम और परोपकार को महत्व देने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
श्रद्धालुओं से कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील
रघुकुल विद्या मंदिर प्रबंधन समिति ने सभी नगरवासियों, श्रद्धालुओं और विद्यार्थियों से अनुरोध किया है कि वे इस दिव्य झांकी दर्शन कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इसे सफल बनाएं।
महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर भगवान शिव की झांकी के दर्शन करना सौभाग्य की बात होगी, जो सभी को आध्यात्मिक सुख और आशीर्वाद प्रदान करेगा।
कार्यक्रम का विवरण:
📅 तारीख: 26 फरवरी 2025
⏰ समय: रात्रि 7:00 बजे से 9:00 बजे तक
📍 स्थान: रघुकुल विद्या मंदिर, धोरीमना (गायत्री मंदिर के सामने)
आइए, इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनें और भगवान शिव के दिव्य दर्शन का लाभ उठाएं!
