
समाज की एकता और विकास के लिए “एक नई दिशा, एक नई सोच” के संकल्प के साथ जाट समाज ने एक ऐतिहासिक पहल की है।
पंचायत समिति चौहटन के बीजराड़ मंडल के विभिन्न गांवों के जाट समाज के प्रमुखों, युवाओं और गणमान्य व्यक्तियों ने मिलकर “जाट स्नेह मिलन समारोह एवं विचार विमर्श सभा” आयोजित करने का निर्णय लिया है।
यह भव्य आयोजन 14 मार्च को बीजराड़ गांव के गौराणा माता मंदिर में दोपहर 1 बजे प्रस्तावित है।

इस ऐतिहासिक सभा में समाज के विकास, एकता, समृद्धि और कुरीतियों के उन्मूलन पर गहन मंथन किया जाएगा।समाज को सशक्त बनाने की नई पहलइस सभा का उद्देश्य केवल मिलन और संवाद तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि समाज को नई दिशा देने और उसकी प्रगति की राह में आ रही रुकावटों को दूर करने पर भी विशेष बल दिया जाएगा। समय के साथ जाट समाज ने शिक्षा, रोजगार और व्यापार के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं, लेकिन समाज में अब भी कुछ ऐसी रूढ़ियां और कुरीतियां मौजूद हैं जो प्रगति में बाधक बनी हुई हैं।
इस बैठक में इन कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने के लिए ठोस निर्णय लिए जाएंगे।
समाज में फैली कुरीतियों पर प्रहारइस आयोजन के दौरान समाज के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी, जिनमें मुख्य रूप से दहेज प्रथा, फिजूलखर्ची, नशा, अशिक्षा, आपसी मतभेद और जातिगत भेदभाव जैसी समस्याओं का समाधान निकालने का संकल्प लिया जाएगा।दहेज प्रथा पर रोक: जाट समाज में शादी-विवाह के दौरान दहेज प्रथा एक बड़ी समस्या बन चुकी है। इस बैठक में यह संकल्प लिया जाएगा कि समाज में बिना दहेज के शादियों को प्रोत्साहित किया जाए और इस कुप्रथा को जड़ से समाप्त किया जाए।
फिजूलखर्ची का अंत: शादी, मृत्यु भोज और अन्य सामाजिक अवसरों पर अनावश्यक खर्च से समाज आर्थिक रूप से कमजोर होता जा रहा है। इस बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया जाएगा कि अनावश्यक खर्चों से बचते हुए समाज में सादगीपूर्ण जीवनशैली को बढ़ावा दिया जाए।
नशे पर नियंत्रण: युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाने के लिए इस सभा में एकजुट होकर संकल्प लिया जाएगा कि समाज में नशे को जड़ से खत्म किया जाए और युवाओं को शिक्षा और रोजगार की ओर प्रेरित किया जाए।शिक्षा को प्राथमिकता: समाज की तरक्की शिक्षा से ही संभव है। इस बैठक में यह प्रस्ताव रखा जाएगा कि हर घर में बच्चों को उच्च शिक्षा दी जाए और समाज में शिक्षा को प्राथमिकता दी जाए।आपसी मतभेदों का समाधान: कई बार समाज के भीतर छोटे-छोटे विवाद बड़े झगड़ों में बदल जाते हैं, जिससे समाज की एकता को नुकसान पहुंचता है। इस बैठक में सभी पंच, सरपंच और गणमान्य व्यक्ति मिलकर यह निर्णय लेंगे कि किसी भी प्रकार के आपसी विवाद को बातचीत और पंचायत स्तर पर सुलझाया जाए।
युवाओं की भूमिका और समाज का भविष्य इस स्नेह मिलन समारोह में समाज के सभी युवा बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। युवा शक्ति ही समाज की रीढ़ होती है और उनके सही मार्गदर्शन से ही समाज उन्नति कर सकता है। इस बैठक में युवाओं को समाज सेवा, रोजगार के नए अवसर और डिजिटल युग में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा। साथ ही, उन्हें अपने समाज की परंपराओं और गौरवशाली इतिहास से अवगत कराकर समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराया जाएगा।
समाज की एकता ही असली ताकत”एकता में ही शक्ति है”—इस मंत्र को साकार करने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है। समाज को संगठित रखने के लिए यह आवश्यक है कि हम सभी मतभेदों को भुलाकर एक मंच पर आएं और समाज की भलाई के लिए ठोस निर्णय लें। यह बैठक केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि एक नई शुरुआत होगी, जो समाज के भविष्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का कार्य करेगी।
14 मार्च को बीजराड़ में ऐतिहासिक निर्णय लिए जाएंगेयह ऐतिहासिक सभा 14 मार्च को बीजराड़ गांव के गौराणा माता मंदिर में आयोजित होगी, जिसमें समाज के सभी गणमान्य व्यक्ति, पंचायत प्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी, युवा और बुद्धिजीवी शामिल होंगे।
इस महासभा में समाज के उत्थान से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगे।आइए, हम सब मिलकर इस पहल को ऐतिहासिक बनाएं!अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर समाज को एक नई दिशा दें और उसे आगे बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाएं। आइए, इस 14 मार्च को एक नई शुरुआत करें और समाज को कुरीतियों से मुक्त करके इसे एक आदर्श समाज बनाने की ओर अग्रसर हों।”
समाज की उन्नति ही हमारी सच्ची पहचान है!”