
फागलिया— होली के दूसरे दिन धुलंडी के अवसर पर खारी गांव के युवाओं ने समाज में बढ़ती नशाखोरी के खिलाफ अनोखी मुहिम छेड़ी। “दूध पियो, नशा छोड़ो” अभियान के तहत युवाओं ने डीजे और रंगों के साथ जश्न मनाने के बजाय सामाजिक सुधार की दिशा में कदम बढ़ाया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य लोगों को नशे से दूर रहने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
धुलंडी महोत्सव अध्यक्ष मोहन पुनिया ने बताया कि इस अभियान की तैयारी कई दिनों से चल रही थी। गांव के सभी युवाओं ने मिलकर इस महोत्सव को अनूठे अंदाज में मनाने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि इस दौरान विशेष रूप से दूध पिलाने और नशे से बचने का संदेश दिया गया।युवाओं ने हाथों में तख्तियां लेकर गांव में रैली निकाली, जिसमें “नशा छोड़ो, दूध पियो”, “स्वस्थ रहो, खुशहाल बनो” जैसे संदेश लिखे थे।
उन्होंने ग्रामीणों को समझाया कि शराब, तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि पूरे परिवार और समाज पर भी बुरा प्रभाव डालता है।इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी युवाओं की इस पहल की सराहना की। पुलिस प्रशासन, ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि, शिक्षाविद और गणमान्य नागरिक इस आयोजन में मौजूद रहे। पूर्व सरपंच सीताराम, वर्तमान ग्राम सरपंच सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए और इस मुहिम को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार जनता डिजिटल स्टूडियो के डायरेक्टर सवाई प्रजापत ने किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के जागरूकता अभियान गांव-गांव तक पहुंचने चाहिए ताकि समाज को नशे की लत से मुक्त किया जा सके।इस अनोखी पहल ने गांव में नई ऊर्जा और सकारात्मक माहौल पैदा किया। ग्रामीणों और विशेष रूप से युवाओं ने इस संदेश को अपनाने और अपने परिवारों में भी इसे बढ़ावा देने की बात कही। यह पहल समाज में बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।