
शिव क्षेत्र के निंबला गांव में रविवार को मेघवाल समाज की बैठक आयोजित हुई, जिसमें समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त करने के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। यह बैठक होली स्नेह मिलन के अवसर पर चामुंडा माता मंदिर में आयोजित की गई, जहां समाज के गणमान्य लोगों और ग्रामीणों ने एकजुट होकर सकारात्मक बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाया।
बैठक में तय किया गया कि भविष्य में मृत्यु भोज जैसी परंपराओं को समाप्त किया जाएगा। इसके स्थान पर केवल एक सांकेतिक भोजन का आयोजन होगा, जिसमें गेहूं का हलवा और चने की सब्जी बनाई जाएगी। इसके अलावा, शादी समारोह में बैंड-बाजे की अनावश्यक धूमधाम पर भी रोक लगाने का निर्णय लिया गया, ताकि फिजूलखर्ची को रोका जा सके और समाज में सरलता व सादगी को बढ़ावा दिया जा सके।
इस पहल से समाज में आर्थिक और सामाजिक सुधार की उम्मीद की जा रही है। बैठक में सरपंच रायचंद्र, भंवरलाल, उमाराम, गोवर्धनराम, किशनराम, कोजाराम सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि वे इन निर्णयों का पालन करेंगे और समाज में जागरूकता फैलाकर एक नई मिसाल कायम करेंगे।
निंबला गांव की इस अनूठी पहल को समाज सुधार के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है, जिससे अन्य गांव भी प्रेरणा ले सकते हैं।