देश में सोने की खरीद-फरोख्त को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें 22 कैरेट हॉलमार्क के नाम पर लोगों को नकली सोना बेचा जा रहा है। हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो ने इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश कर दिया है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे बाजार में सोने के नाम पर खिलौनों की बिक्री की जा रही है।
यह मामला उन लोगों के लिए बड़ा सबक है जो बिना जांच-पड़ताल के केवल हॉलमार्क देखकर सोना खरीद लेते हैं।कैसे हो रही है धोखाधड़ी?वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ शातिर लोग नकली धातु पर हॉलमार्क की मोहर लगाकर इसे असली सोने के रूप में बेच रहे हैं।
यह हॉलमार्क असली प्रतीत होता है, जिससे ग्राहक आसानी से धोखे का शिकार हो जाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की शुद्धता जांचने के लिए BIS हॉलमार्क, शुद्धता नंबर और जौहरी का कोड देखना बेहद जरूरी है।
लेकिन इस मामले ने यह साफ कर दिया है कि अब नकली हॉलमार्क का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे लोगों का भरोसा टूट रहा है।सोना खरीदने से पहले बरतें ये सावधानियां 1. BIS हॉलमार्क की पुष्टि करें – असली सोने पर Bureau of Indian Standards (BIS) का प्रमाण होता है।
इसके अलावा, हॉलमार्क में तीन चीजें होती हैं – BIS का लोगो, शुद्धता ग्रेड (जैसे 916, 750) और जौहरी का यूनिक कोड।2. कैरेट मीटर से जांच करवाएं – सोना खरीदने से पहले जौहरी से उसकी शुद्धता की जांच करवाएं।3. अविश्वसनीय स्रोतों से बचें – यदि कोई आपको बहुत सस्ते दामों में सोना बेचने की पेशकश कर रहा है, तो सतर्क हो जाएं।प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग इस तरह की धोखाधड़ी आम जनता की मेहनत की कमाई को लूटने का प्रयास है। सरकार को चाहिए कि इस मामले की गंभीरता को समझते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे और बाजार में बिकने वाले नकली हॉलमार्क सोने की जांच के लिए कड़े नियम बनाए।
निष्कर्ष
सोना खरीदना एक बड़ा निवेश होता है, लेकिन इस तरह की घटनाएं यह साबित करती हैं कि आंख मूंदकर किसी पर भरोसा नहीं किया जा सकता। ग्राहकों को अब ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है ताकि वे इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार न बनें। हमेशा प्रमाणित दुकानों से ही सोना खरीदें और खरीदारी से पहले पूरी जानकारी अवश्य लें।