
संजय मल्होत्रा को हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है। वह शक्तिकांत दास की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 10 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। मल्होत्रा का कार्यकाल 11 दिसंबर से शुरू होगा और वह तीन साल के लिए इस पद पर रहेंगे। संजय मल्होत्रा एक अनुभवी आईएएस अधिकारी हैं और उन्होंने वित्त, कर, ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी और खनन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम किया है। वह वर्तमान में राजस्व सचिव के रूप में कार्यरत हैं और उन्हें वित्त मंत्रालय में विभिन्न पदों पर कार्य करने का अनुभव है। मल्होत्रा की नियुक्ति के बारे में यह कहा जा रहा है कि वह एक अनुभवी और योग्य व्यक्ति हैं जिनके पास वित्त और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में गहरी समझ है। उनकी नियुक्ति से यह उम्मीद की जा रही है कि वह भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

सरकार की पसंद क्यों बने संजय मल्होत्रा?
इसके पीछे कई कारण हैं। मल्होत्रा के पास वित्त से जुड़े कामकाज को संभालने का लंबा तजुर्बा है, जो उन्हें आरबीआई गवर्नर के पद के लिए उपयुक्त बनाता है ¹।इसके अलावा, मल्होत्रा के पास रिजर्व बैंक के कामकाज को देखने वाले सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का अनुभव भी है। वह काफी समय से रेवेन्यू सेक्रेटरी का पद संभाल रहे हैं, जो उनकी वित्तीय नीतियों और प्रबंधन क्षमताओं को दर्शाता है ¹।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मल्होत्रा के काम करने के तरीके को पसंद करते हैं, जो उनकी नियुक्ति के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण है ¹। मल्होत्रा की नियुक्ति आरबीआई गवर्नर के पद पर एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण होगी।
संजय मल्होत्रा को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है। वह 11 दिसंबर 2024 से कार्यभार संभालेंगे और शक्तिकांत दास का स्थान लेंगे। मल्होत्रा आरबीआई के 26वें गवर्नर होंगे और उनका कार्यकाल तीन वर्षों का होगा ¹।संजय मल्होत्रा के पास राज्य और केंद्र सरकार, दोनों स्तरों पर फाइनेंस और टैक्सेशन में विशेषज्ञता हासिल है। उन्होंने वस्तु एवं सेवा कर (GST) के प्रभावी कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।आरबीआई गवर्नर के रूप में संजय मल्होत्रा की नियुक्ति काफी अहम है, क्योंकि भारत फिलहाल घटती जीडीपी ग्रोथ और बढ़ती महंगाई जैसे संकटों से जूझ रहा है।