चाइनीज मांझा, जिसे अधिकांशत: पतंगबाजी में उपयोग किया जाता है, अब एक बड़ा सुरक्षा खतरा बन गया है। यह मांझा रासायनिक सामग्री और कांच के छोटे-छोटे टुकड़ों से बनाया जाता है, जो उड़ते हुए पतंगों को तेज और घातक बनाता है।
इसके कारण सड़क दुर्घटनाएं, विद्युत लाइनों से हादसे और इंसानों एवं जानवरों पर गंभीर चोटें लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं। कई बार यह मांझा लोगों के गले, हाथ या पैरों में फंसकर मौत का कारण भी बन चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार, चाइनीज मांझा न केवल मनुष्यों के लिए बल्कि पक्षियों और अन्य जीव-जंतुओं के लिए भी खतरनाक है। इससे पक्षियों की मौत और बड़े पैमाने पर पर्यावरणीय नुकसान भी हो रहा है।
सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाने के कई प्रयास किए हैं, लेकिन अवैध रूप से इसका उत्पादन और बिक्री जारी रहती है। चाइनीज मांझा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि इसके इस्तेमाल से होने वाले हादसों को रोका जा सके और समाज को सुरक्षित किया जा सके। प्रशासन को इस पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करना चाहिए और इसके उत्पादन व बिक्री में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।