
बाड़मेर: राजस्थान की बाड़मेर जिले की कलेक्टर टीना डाबी ने जिले के विकास और प्रशासनिक सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की है, जिसे ‘नवो बाड़मेर अभियान’ नाम दिया गया है। इस अभियान का उद्देश्य जिले में सरकारी योजनाओं के बेहतर कार्यान्वयन, नागरिकों की समस्याओं का समाधान, और प्रशासनिक प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है। इस पहल के तहत कलेक्टर टीना डाबी ने कई प्रमुख योजनाओं और परियोजनाओं को अमल में लाने की शुरुआत की है, जो बाड़मेर को एक नई दिशा देने की कोशिश करेंगी।
नवो बाड़मेर अभियान का उद्देश्य
टीना डाबी ने ‘नवो बाड़मेर अभियान’ की शुरुआत के दौरान बताया कि इस अभियान का उद्देश्य प्रशासन को और अधिक संवेदनशील, पारदर्शी और प्रभावी बनाना है। इसके तहत विभिन्न प्रशासनिक सुधारों की योजना बनाई गई है, जिससे न केवल सरकारी योजनाओं का फायदा लोगों तक पहुंचे, बल्कि जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली में भी सुधार हो सके।
समस्याओं का समाधान: अभियान के तहत बाड़मेर जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों की समस्याओं को सीधे प्रशासन के समक्ष रखा जाएगा। इससे उन्हें त्वरित और प्रभावी समाधान मिल सकेगा।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं का बेहतर कार्यान्वयन: योजना के तहत विभिन्न सरकारी योजनाओं को सही तरीके से लागू किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग उनका लाभ उठा सकें। खासकर गरीब और जरूरतमंद तबकों के लिए कई नई योजनाओं की शुरुआत की जाएगी।
प्रशासनिक प्रक्रिया में सुधार: बाड़मेर जिले के प्रशासन में पारदर्शिता लाने और सरकारी दफ्तरों में कार्यों को और अधिक व्यवस्थित करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। इससे लोगों को सरकारी दफ्तरों में कम समय में अधिक कार्य हो सकेगा।
स्मार्ट बाड़मेर का निर्माण: इस अभियान के अंतर्गत बाड़मेर जिले को स्मार्ट और विकसित बनाने की दिशा में कई योजनाओं पर कार्य किया जाएगा, जिसमें बुनियादी सुविधाओं, सड़क नेटवर्क, पानी, स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं पर खास ध्यान दिया जाएगा।
टीना डाबी की नेतृत्व शैली
टीना डाबी की इस पहल में उनके प्रशासनिक कौशल और दृढ़ निश्चय का बड़ा योगदान है। उन्हें हमेशा से ही एक तेज-तर्रार और फैसले लेने वाली अधिकारी के रूप में पहचाना जाता है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि ‘नवो बाड़मेर अभियान’ में सभी विभागों का सक्रिय रूप से सहयोग लिया जाए और स्थानीय समुदाय भी इस पहल में भागीदारी निभाए।
टीना डाबी ने जिले के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी इस अभियान के तहत अपने कार्यों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी को महत्व देने की बात कही। उन्होंने अधिकारियों से यह भी आग्रह किया कि वे जनता की समस्याओं को सुनें और उनके समाधान के लिए तत्पर रहें।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
‘नवो बाड़मेर अभियान’ की शुरुआत के बाद से स्थानीय समुदाय के बीच उत्साह और उम्मीद की लहर देखी जा रही है। स्थानीय नागरिकों का मानना है कि इस पहल से जिले में प्रशासनिक सुधार होंगे और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ सही तरीके से मिलेगा। बाड़मेर जिले के कई गांवों में इस अभियान की शुरुआत का स्वागत किया गया है, और लोगों ने इसे एक सकारात्मक कदम बताया है।
एक स्थानीय नागरिक ने कहा, “हम लंबे समय से इंतजार कर रहे थे कि कोई अधिकारी हमारी समस्याओं को समझे और उन पर ध्यान दे। टीना डाबी के अभियान से हमें उम्मीद है कि अब हमारे इलाके में बदलाव आएगा।”
अभियान के अंतर्गत पहले कदम
अभियान के तहत कलेक्टर टीना डाबी ने कुछ प्रमुख कदम उठाए हैं, जिनमें:
स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार: ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति को सुधारने के लिए उपायों की शुरुआत की गई है। इसके तहत स्वास्थ्य सेवाओं को ज्यादा सुलभ और प्रभावी बनाने की योजना है।
शिक्षा का स्तर बढ़ाना: शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए स्कूलों की हालत को सुधारने, शिक्षकों की नियुक्ति और पढ़ाई की गुणवत्ता बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
स्वच्छता अभियान: बाड़मेर में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे। कूड़ा प्रबंधन, जल आपूर्ति और सफाई व्यवस्था को प्रभावी बनाने की दिशा में काम होगा।
निष्कर्ष
कलेक्टर टीना डाबी का ‘नवो बाड़मेर अभियान’ न केवल बाड़मेर जिले के प्रशासनिक सुधार के लिए एक ऐतिहासिक पहल है, बल्कि यह जिले के विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान से उम्मीद की जा रही है कि बाड़मेर जिले के नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी और प्रशासन में पारदर्शिता आएगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस पहल को किस हद तक सफल बनाया जाता है और यह जिले के विकास में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।