नई दिल्ली | भारत की उभरती हुई निशानेबाज मनु भाकर को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है। इस उपलब्धि ने न केवल उनके करियर को नई ऊंचाई दी है, बल्कि भारत के निशानेबाजी जगत को भी एक बड़ी पहचान दिलाई है।
मनु भाकर: एक परिचय हरियाणा के झज्जर जिले में जन्मी मनु भाकर ने बहुत ही कम उम्र में निशानेबाजी में अपना हुनर दिखाना शुरू कर दिया। मात्र 16 साल की उम्र में उन्होंने 2018 के ISSF विश्व कप में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। इसके अलावा, 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है।
खेल रत्न पुरस्कार के लिए चयन मनु भाकर को यह पुरस्कार उनकी अद्वितीय प्रतिभा, अनुशासन और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को गौरवान्वित करने के लिए दिया गया है। उन्होंने हाल के वर्षों में निशानेबाजी में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उनके करियर में कई स्वर्ण और रजत पदक शामिल हैं, जिनमें से कई उन्होंने विश्व कप, एशियाई खेलों, और अन्य प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में जीते हैं।
खेल मंत्री का बयान भारत के खेल मंत्री ने मनु भाकर को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा, “मनु भाकर ने अपने प्रदर्शन से यह सिद्ध किया है कि कड़ी मेहनत और समर्पण से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। वह युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं।”
परिवार और कोच की प्रतिक्रिया मनु भाकर के परिवार और कोच ने इसे गर्व का क्षण बताया। उनके पिता, जिन्होंने उनके शुरुआती दिनों में हर कदम पर उनका समर्थन किया, ने कहा, “यह पुरस्कार उनके कठिन परिश्रम का फल है। हमें गर्व है कि हमारी बेटी ने पूरे देश का नाम रोशन किया है।“
मनु भाकर की प्रतिक्रिया खुद मनु भाकर ने यह पुरस्कार प्राप्त करने पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह मेरे लिए गर्व का क्षण है। मैं अपने माता-पिता, कोच, और उन सभी का धन्यवाद करना चाहती हूं, जिन्होंने मुझे इस मुकाम तक पहुंचने में मदद की। यह पुरस्कार मेरे लिए नई जिम्मेदारी का प्रतीक है, और मैं भविष्य में भी भारत को गौरवान्वित करने का प्रयास करूंगी।”
आने वाले लक्ष्य मनु भाकर अब 2024 के पेरिस ओलंपिक पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनका अगला लक्ष्य ओलंपिक में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतना है।
निष्कर्ष : मनु भाकर की यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए मील का पत्थर है, बल्कि भारत में खेलों को एक नई प्रेरणा भी प्रदान करती है। उनका यह सफर युवा पीढ़ी को यह संदेश देता है कि यदि आपके पास सपना है और आप उसे पाने के लिए मेहनत करते हैं, तो आप किसी भी ऊंचाई को छू सकते हैं।
मनु भाकर, भारतीय खेल जगत की नई सितारा, को एक बार फिर बधाई!